हरिपुरधार/सुरेंद्र चौहान
सनातन धर्म में देवी देवताओं के शक्ति परायण व दिव्य दर्शन संस्कारों का विधिवत् वर्णन किया गया है। उन्हीं में से उतर भारत के ऊपरी हिमाचल में सातवें धाम के रूप में एकमात्र भव्य एवं सुंदर स्थलों में शक्तिपीठ मां भंगायणी मंदिर भी विद्यमान है। आस्था का प्रतीक हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत वादियों में वसा यह स्थल अत्यंत आकर्षक और शक्तिशाली है।
धार्मिक भावनाओं से आकर्षक स्थल उतरी भारत के तमाम राज्यों से श्रद्धालु देवी मां भंगायणी से आस्था रखते हैं और वर्ष भर में लाखों श्रद्धालु अपनी मन्नत मुरादें पूरी कर जाते हैं। यह पवित्र स्थल पर्यटकों के आकर्षण का भी मुख्य केंद्र है, जबकि यह आस्था से जुड़ा हुआ मामला है फिर भी टूरिज्म के लिए विकसित होना चाहिए।
शिवरात्रि के अवसर पर हजारों लोगों ने लगाई आस्था की डुबकी
शक्तिपीठ मां भंगायणी के दरबार में सुबह से ही दर्शनों के लिए भारी भीड़ उमड़ गई और श्रद्धालुओं ने शिवलिंग पर दूध व शुद्ध जल से अभिषेक किया। क्षेत्र के जाने माने प्रबुद्ध व्यक्ति आचार्य पंडित लायक राम शर्मा ने माता रानी के मंदिर में पूजा अर्चना करके शिवरात्रि के महत्व पर प्रकाश डाला। सबके सुख स्वास्थ्य एवं समृद्धि की कामना करते हुए उन्होंने बताया कि सनातन धर्म में समस्त जीव जंतु व प्राणियों की रक्षा का संकल्प है। सबका भला हो सभी सुखी हो ।