नाहन, 9 मार्च: हिमाचल में महिला स्वयं सहायता समूहों से भेदभाव करने की तरफ मौजूदा सरकार अग्रसर हुई है। इसी को लेकर नाहन में सामाजिक संगठन एकजुट हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर संघर्ष को लेकर कमर कस दी गई है। जनवादी महिला समिति के तत्वाधान में आयोजित शिविर में हिमजन मंच व हिमाचल ज्ञान-विज्ञान समिति के सदस्यों ने हिस्सा लिया।
सवाल उठाया गया कि राज्य में पहले से ही लगभग एक लाख स्वयं सहायता समूह कार्यरत हैं। जबकि सरकार ने बजट में मात्र 5500 को ग्रांट देने की बात कही है, जो साफ तौर पर इस बात को दर्शाता है कि सरकार महिलाओं से भेदभाव कर रही है।
कार्यक्रम में संतोष कपूर, ममता ठाकुर, महेंद्रो देवी, सरला गौतम, नसीम बेगम, व शीतल नेगी बतौर मूल स़्त्रोत उपस्थित रही। इस अवसर पर जनवादी महिला समिति की पूर्व अध्यक्ष संतोष कपूर ने कहा कि महिला दिवस पर सरकार बोलती कुछ है और करने की मंशा कुछ ओर होती है।
शीतल नेगी ने कहा कि दहेज के लिए नवविवाहिताओं को खुदकुशी के लिए मजबूर किया जा रहा है। वहीं ममता ठाकुर ने महिलाओं की रात्रि सुरक्षा के लिए विशेष गश्त की अपील की।
कार्यक्रम में बढ़ती महंगाई व राशन डिपो से छीने जा रहे राशन पर चिंता जाहिर की गई। कार्यक्रम में हिम जनमंच अध्यक्ष केएस नेगी व ज्ञान विज्ञान समिति के राज्य अध्यक्ष वीरेंद्र कपूर के अलावा सामाजिक कार्यकर्ता विश्वनाथ शर्मा भी मौजूद रहे।