शिमला, 07 मार्च : विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर इन दिनों महिला पॉइंटमैन के इशारे पर ट्रेनें चल रही हैं। इस हेरिटेज ट्रैक पर पहली महिला पॉइंटमैन होने का गौरव हासिल करने वाली किसान की बेटी तनुजा ट्रेनों को सिग्नल दिखाने का काम बखूबी निभा रही है। अभी तक यह काम पुरुष कर्मचारियों के जिम्मे था।
राजधानी शिमला के सबसे खूबसूरत समरहिल रेलवे स्टेशन पर हरियाणा के रोहतक जिला की किसान की बेटी तनुजा बतौर पॉइंटमैन तैनात है। 22 वर्षीय तनुजा की पहली पोस्टिंग अगस्त 2019 में समरहिल रेलवे स्टेशन पर हुई थी। उस वक्त तनुजा ग्रैजुएशन की पढ़ाई कर रही थी।
तनुजा के पिता किसान हैं। तनुजा के परिवार में माता-पिता और दो भाई हैं, जो अभी पढ़ रहे हैं। पॉइंटमैन के पद पर तनुजा रोजाना 12 घण्टे ड्यूटी देती है। सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक उसकी ड्यूटी रहती है।
पॉइंटमैन के तौर पर तनुजा का काम ट्रेन आने पर सिग्नल डाउन करना, ट्रैक बदलना और टोकन देना रहता है। सबसे मुश्किल काम ट्रैक बदलने के लिए बियर मशीन को खींचना होता है। इस कार्य को यूं तो पुरुष करना पसंद करते हैं। लेकिन तनुजा इसे बहुत जिम्मेदारी के साथ निभा रही है और रेलवे के अधिकारी उसके कार्य से बहुत खुश हैं।
तनुजा ने रविवार को विशेष बातचीत में बताया कि पॉइंटमैन के कार्य में शुरुआत में उसे थोड़ी बहुत परेशानी हुई थी। लेकिन अब उसे यह काम करना बहुत अच्छा लगता है। आज के दौर में लड़कियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और उसे यह कार्य करते हुए तनिक भी हिचकिचाहट नहीं होती।
तनुजा का कहना है कि उसे यहां तक पहुचने में उसके परिवार का योगदान रहा है। किसान पिता व माता ने मुझे हमेशा आगे बढ़कर कुछ करने के लिए प्रोत्साहित किया है।