शिमला, 2 मार्च : प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र दो दिन के अवकाश के बाद सोमवार को फिर से आरंभ हुआ। राज्यपाल के अभिभाषण के बाद पहली बार हुई सदन की बैठक में जहां सात पूर्व व एक मौजूदा विधायक को श्रद्धांजलि अर्पित की गई वहीं विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने सदन के सभी सदस्यों से सार्थक सहयोग की अपील भी की। सदन की बैठक आरंभ होते ही विधानसभा अध्यक्ष ने उम्मीद जताई कि बजट सत्र के दौरान सदस्य जनहित से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाएंगे।
कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता आशा कुमारी व वामपंथी विधायक राकेश सिंघा ने किसान आंदोलन में अब तक दिवंगत हो गए दो सौ से ज्यादा किसानों को भी याद किया। सदन में भाजपा,कांग्रेस व वामपंथी विधायक ने पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार की पत्नी संतोष शैलेजा को भी याद किया गया व उनके निधन पर शोक व्यक्त किया गया। शोकोदगार प्रस्ताव के आखिर में सदन ने तमाम दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन भी रखा।
शोकोदगार प्रस्ताव के बाद विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने सदन में ऐलान किया कि अब विधानसभा की ओर से जिन लोगों के प्रति सदन में शोक व्यक्त किया है, उनके परिजनों को वीडियो सीडी व पैन ड्राइव में रिकार्डिंग भी दी जाएगी। परमार ने कहा कि इससे दिवंगत नेताओं के परिवारों को पता चल सकेगा कि उनके परिजनों को किस तरह से सदन में याद किया गया है। इससे पहले सदन की ओर से दिवंगत लोगों के परिवारों को विधानसभा से शोक पत्र भेजा जाता था। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह नई पहल है।
विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन सोमवार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में पूर्व विधायक मेला राम सावर, रणजीत सिंह बख्शी, श्यामा शर्मा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष तुलसी राम, ओकांर चंद, चंद्र सेन ठाकुर और रघुराज के अलावा इस विधानसभा के सदस्य रहे कांग्रेस विधायक सुज़ाना सिंह पठानिया के निधन पर शोकोदगार प्रस्ताव पेश किया।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और उनके साथ चार अन्य कांग्रेस विधायकों की गैर मौजूदगी में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शोकोदगार प्रस्ताव को पेश करते हुए कहा कि संभवत: यह पहली बार है कि विधानसभा के दो सत्रों के बीच छोटे से कालखंड में आठ पूर्व विधायकों का दुखद निधन हुआ हो।
कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता आशा कुमारी व वामपंथी विधायक राकेश सिंघा ने किसान आंदोलन में दिवंगत हो चुके दो सौ से ज्यादा किसानों को भी याद किया। सदन में भाजपा,कांग्रेस व वामपंथी विधायक ने पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार की पत्नी संतोष शैलेजा को भी याद किया। उनके निधन पर भी शोक व्यक्त किया। शोकोदगार प्रस्ताव के आखिर में सदन ने तमाम दिवंगत आत्माओं को श्रद्धाजंलि देने के लिए दो मिनट का मौन भी रखा।
शोकोदगार प्रस्ताव के बाद विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने सदन में एलान किया कि अब विधानसभा की ओर से जिन लोगों के प्रति सदन में शोक व्यक्त किया गया है,उनके परिजनों को वीडियो सीडी व पैन ड्राइव में रिकार्डिंग भी दी जाएगी। परमार ने कहा कि इससे दिवगंत नेताओें के परिवारों को पता चल सकेगा कि उनके परिजनों को किस तरह से सदन में याद किया गया है।इससे पहले सदन की ओर से दिवंगत लोगों के परिवारों को विधानसभा से शोकपत्र भेजा जाता था। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह नई पहल है।