शिमला, 18 फरवरी : जूनियर ऑफिस असीस्टेंट के 1800 पदों को भरने के लिए टाईपिंग टैस्ट का एकमात्र केंद्र हमीरपुर में स्थापित हुआ है। इसको लेकर लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यार्थियों ने सवाल उठाए हैं। अभ्यार्थियों की मानें तो 1800 पदों के लिए 10 गुणा उम्मीदवारों को स्किल टैस्ट के लिए बुलाया जाएगा। यानि संख्या 18 हजार के आसपास होगी।
अभ्यार्थियों का तर्क है कि लगभग 15 हजार अभ्यार्थी अन्य जिलों से आएंगे। करीब 10 मिनट की परीक्षा के लिए उन्हें 2 से 3 हजार रुपए खर्च करने होंगे। अंकगणित देखें तो परीक्षा देने के लिए तमाम अभ्यार्थियों को कम से कम पौने 3 करोड़ रुपए खर्च करने होंगे। ऐसे में अगर हरेक जिला मुख्यालय में परीक्षा आयोजित होती है तो न केवल उम्मीदवारों पर आर्थिक बोझ कम होगा, बल्कि व्यवस्थित तरीके से परीक्षा भी आयोजित की जा सकती है। 10 मिनट के टाईपिंग टैस्ट के लिए बेरोजगारों को हमीरपुर जाने के लिए रकम खर्च करनी पड़ेगी।
अभ्यार्थियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से इस मामले में दखल का आग्रह करते हुए कहा कि हरेक मुख्यालय में परीक्षा केंद्र बनाए जाएं, अन्यथा जोन वाइज भी इस पर विचार किया जा सकता है। अभ्यार्थियों का ये भी कहना है कि शिमला व सिरमौर जैसे जिलों में कई ऐसी जगह भी हैं जहां से अभ्याथियों को हमीरपुर पहुंचने के लिए एक दिन पहले अपना सफर शुरू करना पडे़गा। ऐसी ही स्थिति का सामना चंबा, कुल्लू, मंडी व कांगड़ा के उम्मीदवारों को भी करना पड़ सकता है। उम्मीदवारो का यह भी कहना है कि अधिकांश जिलों के दुर्गम क्षेत्रों से हमीरपुर की सीधी बस सेवा भी उपलब्ध नहीं है।