मंडी, 17 फरवरी : यदि वाहन चालक अपने व्यवहार में परिवर्तन लाएं तो उससे सड़क दुर्घटनाओं में काफी ज्यादा कमी लाई जा सकती है। इसके लिए वाहन चालकों को पहले मैं नहीं पहले आप के नियम पर ध्यान देना होगा। यह बात एडीएम श्रवण मांटा ने आज सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा के मासिक अभियान के समापन पर आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि गाड़ी चलाने वाले इस बात को लेकर गुमान करते हैं कि सड़क पर पहला अधिकार उन्हीं का है। यदि इस प्रकार के व्यवहार को वाहन चालक बदलना शुरू कर दें तो इससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ सकती है।
श्रवण मांटा ने बताया कि देश भर में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं जम्मू कश्मीर में होती हैं लेकिन सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु दर के मामले में हिमाचल प्रदेश देश भर में सबसे आगे है। यहां होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में भी पुरूषों की मौत की अधिक संख्या है। उन्होंने कहा कि सरकार अपने स्तर पर लोगों को जागरूक करने के लिए काफी ज्यादा प्रयास कर रही है और लोगों में इसका असर भी देखने को मिल रहा है लेकिन अभी इसमें पूरी तरह से सफलता पाने में काफी लंबा समय लग सकता है।
इसके लिए लोगों की सहभागिता बहुत ही जरूरी है। इस मौके पर आरटीओ संजीत सिंह ने पूरे एक महीने तक विभाग द्वारा की गई गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी। उनके साथ एआरटीओ कोमल ठाकुर सहित विभाग के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।