शिमला, 11 जनवरी : छात्र संगठन एनएसयूआई ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की शिक्षक भर्ती में धांधली के आरोप लगाते हुए राज्य सरकार से इसकी न्यायिक जांच करवाने की मांग की है। एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष छत्तर ठाकुर ने सोमवार को शिमला में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया के दौरान इंटरव्यू से पहले आवेदकों की छंटनी के लिए स्क्रूटनी पैनल में उनके रिश्तेदार प्रोफेसरों और कार्यकरी परिषद के सदस्यों को बैठा दिया गया, जो कि नियमों के खिलाफ है। नियमों के अनुसार किसी भी भर्ती प्रक्रिया के दौरान किसी भी अधिकारी या शिक्षक का कोई भी रिश्तेदार अगर आवेदन करता है तो ऐसे में वो इस भर्ती प्रक्रिया का हिस्सा बिल्कुल भी नहीं बन सकता।
छत्तर ठाकुर ने आरोप लगाया कि विवि प्रशासन ने अपने चहेते लोगों को अंदर करने के लिए सभी नियमों की धज्जियाँ उड़ाते हुए एक बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम दिया है। उन्होंने इस पूरे प्रकरण में विवि के कुलपति सिकंदर कुमार और छंटनी कमेटी के चेयरमैन डीएस अरविंद कालिया के इस्तीफे की मांग की है। इसके साथ ही सरकार से न्यायिक जांच की भी मांग की है। इस दौरान एनएसयूआई के प्रदेश संगठन महासचिव मनोज चौहान ने दिसंबर 2019 में विवि द्वारा जारी शिक्षक भर्ती विज्ञप्ति जिसकी वैधता दिसंबर 2020 में समाप्त हो चुकी है, उसे भी दोबारा से विज्ञापित करने की मांग उठाई।
एनएसयूआई ने चेताया कि शिक्षकों की भर्तियों में हो रही धांधलियों की न्यायिक जांच शुरू न करने पर प्रदेशभर में आंदोलन के साथ मुख्यमंत्री का घेराव भी किया जाएगा।