ऊना, 6 जनवरी: हिमाचल के पंचायतीराज मंत्री वीरेंद्र कंवर के बेटे दीपांकर कंवर ने पंचायत प्रधान के पद से राजनीतिक पारी शुरू की है। रोचक बात यह है कि इस पारी को शुरू करने में पिता के मंत्री होने का भी फायदा मिला है, क्योंकि पलाहटा पंचायत से निर्विरोध ही पंचायत प्रधान चुन लिए गए हैं। हालांकि राज्य में कई अन्य राजनीतिज्ञों के रिश्तेदार व करीबी भी चुनावी दंगल में हैं। लेकिन, ये पहली खबर है, जब कैबिनेट स्तर के मंत्री का बेटा ही निर्विरोध प्रधान बना है।
चूंकि पूरी पंचायत ही निर्विरोध चुनी गई है, लिहाजा मंत्री जी की अपनी गृह पंचायत भी 10 लाख के ईनाम की हकदार हो गई हैै। बंगाणा के एसडीएम ने पंचायत के निर्विरोध चुने जाने की पुष्टि की है। उधर, निर्विरोध चुनी गई पंचायतों की कुल संख्या का आंकड़ा देर शाम तक स्पष्ट नहीं हो पाया था। उम्मीद की जा रही है कि देर रात तक ऊना के साथ-साथ समूचे प्रदेश में यह तस्वीर साफ हो जाएगी कि किस जिला से कितनी पंचायतों को निर्विरोध चुना गया है।