नाहन, 5 जनवरी: चंद बरस पहले नगर परिषद के वार्ड- 2 में यशवंत विहार क्षेत्र को भी शामिल किया गया था। इसके बाद से इसका दायरा काफी बढ़ गया। इस वार्ड में नगर परिषद की भूमि भी काफी मात्रा में है। यहां हर लिहाज से विकास (Development) की प्रबल संभावनाएं हैं। डिग्री काॅॅलेज, कारमल काॅन्वेंट स्कूल, आईटीआई, बिरोजा फैक्टरी से सीएमओ (Chief Medical Officer) कार्यालय तक फैले इस वार्ड में अगर कोशिश की जाए तो हर तरीके से विकास को सिरे चढ़ाया जा सकता है। बशर्ते इन बिंदुओं पर गौर किया जाए।
चुनाव में हर प्रत्याशी द्वारा अपना-अपना एक विजन (Vision) भी सामने लाने की कोशिश की जा रही है। इसमें वार्ड नंबर 2 से भाजपा प्रत्याशी विक्रम वर्मा ने भी ‘‘भविष्य का योजना दर्पण’’ जारी किया है। इसमें एक अहम बात को इंगित किया गया है। इसके मुताबिक बेरोजगारी (Unemployment) युवाओं की सबसे विकराल समस्या है। सौभाग्य से इस वार्ड में सर्जन व साधन विकसित करने की प्रबल संभावनाएं हैं।
भाजपा प्रत्याशी ने हालांकि अपने विजन में कई अन्य बिंदुओं (Points) को भी टच किया है, लेकिन सृजन व साधन विकसित करने की बात की जमकर प्रशंसा हो रही है। आधुनिक टैक्नोलाॅजी को आधार बनाकर विक्रम वर्मा ने ऐसी कार्यप्रणाली विकसित करने की बात भी की है, जिसमें आम लोगों को पहचानपत्र, चरित्र प्रमाणपत्र व राशन कार्ड इत्यादि के लिए पार्षद के चक्कर न काटने पड़ें।
दीगर है कि इस वार्ड में चीड़ के जंगल की भी मौजूदगी है। लिहाजा, इको टूरिज्म (Eco tourism) को विकसित करने की भी संभावनाएं मौजूद हैं। उनका कहना है कि बिजली, पानी व सड़कों की समस्याओं को निरंतर विकास की प्रक्रिया में लिया जाता है, मगर इससे हटकर भी कुछ करने की नितांत आवश्यकता है। गौरतलब है कि भाजपा प्रत्याशी (BJP Candidate) पार्टी के संगठन में भी कई अहम ओहदों पर रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि एक बार वो डोर-टू-डोर (Door to Door) अपने विजन के बारे में मतदाताओं (Voters) से चर्चा कर चुके हैं। 1999 से 2003 तक एबीवीपी (ABVP) में सक्रिय रहे विक्रम वर्मा ने संगठन में कई बड़े ओहदे संभाले हैं। यहां तक की चुनाव प्रबंधन में उत्तराखंड, राजस्थान, हरियाणा में भी बखूबी दायित्व निभाया।