शिमला, 3 जनवरी : एचआरटीसी कंडक्टर भर्ती की लिखित परीक्षा के नतीजे को लेकर अभ्यार्थियों में असमंजस की स्थिति है। 18 अक्तूबर 2020 को आयोजित परीक्षा के लिए हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग को लगभग 60 हजार आवेदन मिले थे। इसमें से 48 हजार के करीब उम्मीदवारों ने परीक्षा में हिस्सा लिया था। दरअसल इस परीक्षा के दौरान दो केंद्रों में प्रश्नपत्रों के कथित तौर पर वायरल होेने के मामले सामने आए थे।
पोस्ट कोड संख्या 762 के तहत आयोजित परीक्षा में प्रश्नपत्रों के वायरल होने के मामलों की जांच एसआईटी द्वारा की गई थी। एसआईटी की जांच में यह सामने आया था कि प्रश्नपत्रों को लीक करने के पीछे कोई संगठित षडयंत्र नहीं था। यही कारण था कि उम्मीदवारों को यह लग रहा था कि जल्द से जल्द नतीजा आ जाएगा, क्योंकि सरकार ने परीक्षा को रद्द करने का फैसला नहीं लिया था। गौरतलब है कि टीजीटी आर्टस की परीक्षा में भी 33 अभ्यार्थियों को स्टैनो टाइपिस्ट की संध्याकालीन सत्र में होने वाली परीक्षा के प्रश्नपत्र बांट दिए गए थे।
बहरहाल, जहां तक एचआरटीसी कंडक्टर भर्ती का सवाल है तो उम्मीदवारों में इस बात का संशय बना हुआ है कि नतीजा जारी होगा भी या नहीं। इस मामले पर हालांकि आयोग के सचिव डाॅ. जितेंद्र कंवर से संपर्क नहीं हुआ, लेकिन बताया जा रहा है कि बड़े परीक्षा परिणाम को तैयार करने में आयोग को भी वक्त लगता है। इसके अलावा उन पहलुओं पर भी गौर करना है, जिसमें प्रश्नपत्र लीक होने की बात कथित तौर पर सामने आई थी। लाजमी तौर पर ये तर्क न्यायसंगत हो सकता है कि जब परीक्षा को रद्द नहीं किया गया है तो निश्चित तौर पर परिणाम घोषित होगा ही। लेकिन इसमें पेचिदगियों की वजह से समय लग सकता है।