चंबा, 21 दिसंबर: सोचिए, अगर कोई व्यक्ति 30 साल पहले लापता हुआ हो तो क्या उसके जीवित होने की आस परिवार में बची होगी। निश्चित तौर पर आपके जहन में न का ही जवाब कौंधेगा। मगर हिमाचल में इसके विपरीत हुआ है। सदर पुलिस ने 30 साल पहले लापता अयुब खान पुत्र अलाफदीन गांव चुवारा (सराहन) तहसील चंबा को पंजाब के लुधियाना से ढूंढ निकाला है।
बता दें कि कुछ माह पहले हिमाचल पुलिस ने लापता लोगों को तलाशने का एक विशेष अभियान भी शुरू किया था। बहरहाल, सदर पुलिस चंबा को सूचना मिली कि लापता व्यक्ति के लुधियाना में होने की संभावना है। वो घर वापस आने में भी असमर्थ है। इसके बाद तुरंत ही पुलिस पंजाब रवाना हो गई। कड़ी मेहनत व कर्मठ प्रयासों से लापता व्यक्ति को पंजाब की खन्ना तहसील के जसपालो गांव से ढूंढ निकाला गया है, जिसे सोमवार को परिजनों के हवाले कर दिया गया। लापता सदस्य के 30 साल बाद सुरक्षित मिल जाने के बाद परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
पुलिस ने वो कहावत भी चरितार्थ कर दी है, जिसमें कहा गया है कि अगर पुलिस अपराधी या लापता को तलाश करने का प्रयास करे तो उसे पाताल से भी ढूंढ निकालती है।