सोलन, 18 दिसंबर: अमूमन आम जनमानस सरकारी कामकाज करवाने के लिए कार्यालयों के चक्कर काटने को विवश होता है। अक्सर छोटे-छोटे काम की एवज में गरीब व जरूरतमंद लोग सरकारी कार्यालयों के महीनों चक्कर लगाते रहते हैं, लेकिन निचले स्तर के बाबू भी उन्हें अगली तारीख देकर टालने का प्रयास करते हैं। वहीं एक ऐसे आईएएस अधिकारी हैं, जो कार्यालय में आने वाले किसी भी आगंतुक को निराश नहीं होने देते हैं। बल्कि खुद उनको कार्यालय के भीतर बुलाकर कार्य को मौके पर ही निपटाने का प्रयास करते हैं, ताकि आगंतुक को कोई परेशानी न हो। ये आईएएस अधिकारी गरीबों व जरूरतमंदों के लिए मसीहा बने हुए हैं।
यहां बात हो रही है नवनियुक्त आईएएस अजय यादव की, जो जिला में बतौर एसडीएम सेवाएं दे रहे हैं। दरअसल, एसडीएम अजय यादव का ये प्रयास रहता है कि उनके कार्यालय में आने वाला कोई भी शख्स हताश होकर न जाए। इसी के तहत अपने कार्यालय के बाहर सीसी कैमरा लगवाया है, जिसकी माॅनिटरिंग वो स्वयं कर रहे हैं। रोजाना कार्यालय के बाहर इंतजार करने वालों का तांता लगा रहता है। कैमरे में देखकर वह आगंतुक को कार्यालय के भीतर बुला लेते हैं। यही नहीं अपने स्टाफ को खास निर्देश दिए गए हैं कि दूरदराज व मीलों का सफर कर आने वाले लोगोें के कार्य प्राथमिकता के आधार पर किए जाएं। एसडीएम यादव की कार्यशैली से इन दिनों हर कोई प्रभावित है।
एसडीएम यादव की कार्यप्रणाली से जहां जनता के कार्य सहजता से हो रहे हैं, वहीं लोगों को लंबा इंतजार भी नहीं करना पड़ता। दूसरे अफसरशाही की एक बेहतर छवि भी बन रही है। बता दें कि 2018 बैच के युवा आईएएस अधिकारी मूलतः उत्तर प्रदेश के वाराणसी से संबंध रखते हैं। गौरतलब है कि कोरोना काल में भी अपने बेहतरीन कार्यों की वजह से प्रशासनिक अधिकारी प्रशंसा के पात्र बने थे। एसडीएम अजय यादव के सराहनीय प्रयासों की वजह से गुजरात की एक महिला अपने परिजनों से मिल पाई थी।