नाहन, 8 दिसंबर : सूबे में मास्क पहनना लाजमी किया गया है। न पहनने वालों से 1000 रुपए तक जुर्माना भी वसूला जा रहा है। आर्थिक रूप से कमजोर लोग सस्ते या फिर कपड़े के मास्क पहन रहे हैं। इसी बीच धनाढ्य व पहुंच वाले लोगों में मास्क ट्रेंड भी बन रहे हैं। ऐसे में इन दिनों तिरंगे के रंग वाले मास्क खास चर्चा में हैं, क्योंकि इसका इस्तेमाल प्रशासन के शीर्ष अधिकारी द्वारा सार्वजनिक स्थल पर भी किया जा रहा है। हालांकि इसमें कोई दो राय नहीं है कि ये राष्ट्रीय ध्वज नहीं हैं, क्योंकि इसमें 24 धारियों वाला वृत नहीं है।
अब सवाल उठता है कि क्या मास्क में इस तरह के रंगों के इस्तेमाल से बचा जाना चाहिए या नहीं। वो भी उन लोगों को जो बड़े ओहदों पर विराजमान हैं। खास बात यह है कि प्रशासनिक अधिकारी एक अरसे से इन मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं। गौरतलब है कि कई राजनीतिज्ञों द्वारा हिमाचली पट्टी से लैस मास्कों का इस्तेमाल किया जा रहा है। तिरंगे के रंगों का इस्तेमाल मास्क में करने पर कई लोगों को अटपटा जरूर लगता है। इस बारे कई बार अधिकारी से पूछ भी लिया जाता है।
मास्क में तिरंगे के इस्तेमाल को लेकर आपको भी यह तय करना है कि ऐसा प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों को शोभा देता है या नहीं।