शिमला, 7 दिसंबर: हिमाचल में मंगलवार को भारत बंद का आंशिक असर होने की संभावना है। सोमवार शाम तक कांग्रेस व वामपंथी संगठनों ने बंद को समर्थन देने का ऐलान किया है, जबकि सत्तारूढ़ राजनीतिक दल इससे दूरी बनाएगा। सोशल मीडिया में राज्य के अलग-अलग व्यापार मंडलों से इस पर प्रतिक्रियाएं आती रही, लेकिन अधिकांश ने इसमें हिस्सा न लेने का ऐलान किया।
छोटे कारोबारी भारत बंद के आह्वान को लेकर खासे असमंजस में नजर आए। अब वो अंदरखाते सैद्धांतिक तौर पर इस बात को तैयार हो गए हैं कि अगर पड़ोसी की दुकान खुली रही तो वो भी खोल लेंगे। राज्य में बंद का असर न हो, इसको लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सहित भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने पत्रकारों से बातचीत भी की। वहीं, जहां तक परिवहन सुविधा का सवाल है तो अब तक निजी परिवहन सेवा से जुड़े किसी भी संगठन के प्रदेश स्तरीय नेता ने भारत बंद को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
माना जा रहा है कि भारत बंद के आह्वान को लेकर राज्य सरकार ने भी अपनी तैयारी की हुई है। अलबत्ता, इतना जरूर है कि कांग्रेस व वामपंथी संगठनों द्वारा राज्य में कई स्थानों पर प्रदर्शन किए जा सकते हैं। हालांकि सार्वजनिक तौर पर इन संगठनों ने ऐसा कोई ऐलान नहीं किया है, लेकिन बंद में शामिल होने की बात जरूर कही है। बता दें कि देश की राजधानी जाने वाली हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस सेवा बाॅर्डर बंद होने की वजह से पहले ही प्रभावित हो रही हैं।