हमीरपुर, 07 दिसंबर : एचआरटीसी (HRTC) के हमीरपुर डिपो में रोजाना सवा दो लाख का डीजल लग रहा है, जबकि कमाई महज चार लाख हो रही है। डिपो में पांच सौ कर्मचारियों का वेतन भी नहीं निकल रहा है। यही कारण है कि पहले की तरह इस माह भी अभी कर्मचारियों को वेतन की अदायगी नहीं हुई है। निगम रोजाना बसों को सैनिटाइज भी करवा रहा है। एक बस को सैनिटाइज करने में औसतन 15 रुपये खर्च आ रहा है।
जिला डिपो में कुल 155 बसें हैं। इनमें रोजाना करीब 60 बसें रूटों पर दौड़ रही हैं। ऐसे में जो भी बस बाहर से एचआरटीसी की वर्कशॉप में आती है, उसे वहीं सैनिटाइज किया जा रहा है। एक बस दिन में चार बार विभिन्न रूटों पर जाती है तो उसे दिन में चार बार सैनिटाइज किया जा रहा है। अंतरराज्यीय रूटों पर जाने वाली बसों को भी पहले और आने के बाद सैनिटाइज किया जा रहा है।
–
निगम प्रबंधन के हमीरपुर डिपो को पूर्व में पांच से छह लाख रोजाना कमाई हो रही थी, लेकिन 25 नवंबर के बाद दिल्ली आदि रूटों पर बसें बंद होने से कमाई कम हो गई है। वर्तमान में साढ़े तीन से चार लाख ही इनकम हो रही है। क्षेत्रीय प्रबंधक विवेक लखनपाल ने कहा कि जो भी बस रूट पर जाती है, उसे रोजाना सैनिटाइज किया जाता है।
रविवार को बसें कम होने के कारण आय भी कम हो रही है। सबसे ज्यादा नुकसान लोकल रूटों पर हो रहा है। सवारियां न मिलने से डीजल का खर्च पूरा करना भी मुश्किल हो रहा है।