सराहां, 2 दिसंबर : अगर ग्रामीणों की बात पर विश्वास कर लिया जाए तो एक सड़क को पक्का करने के लिए 35 साल का इंतजार करना पड़ा। अब जब मढ़ीघाट- सुल्तानपुर मार्ग की मेटलिंग हुई तो मात्र 15 दिन के भीतर ही तारकोल उखड़ गया है। अब सवाल यह पूछा जा रहा है कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है?
हालांकि लोकनिर्माण विभाग का पक्ष फिलहाल उपलब्ध नहीं है, लेकिन ग्रामीणों के मुताबिक दशकों के इंतजार के बाद सड़क पर तारकोल बिछाया गया था, लेकिन गुणवत्ता घटिया होने की वजह से तारकोल उखड़ चुका है। लिहाजा इसके जिम्मेदार पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। सिरमौर के रिमोट इलाकों की सड़कों पर अधिकारियों या राजनीतिज्ञों की टूरिंग कम ही होती है, संभवत यह भी वजह है कि आनन-फानन में कार्य को निपटा दिया जाता है।
अब ग्रामीणों ने इस मसले को उजागर करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा भी लिया है, साथ ही लोगों से इसे अधिक से अधिक शेयर करने की अपील की जा रही है, ताकि विभाग की यह कथित लापरवाही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सामने आ जाए जो खुद लोक निर्माण विभाग को भी देखते हैं।