रिकांगपिओ, 29 नवंबर : हिमाचल के किन्नौर जनपद में आशा वर्कर्स यूनियन (Asha Workers Union) ने सरकार के “हिम सुरक्षा अभियान” का बहिष्कार(Boycott) किया है। रिकांगपिओ में आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया। इसी दौरान यूनियन की कार्यकारणी का विस्तार भी किया गया। बैठक के बाद नवनियुक्त अध्यक्षा संध्या कुमारी ने कहा कि सरकारी कर्मियों के साथ वे भी हिम सुरक्षा अभियान(Him Surksha Abhiyan) में भागीदारी सुनिश्चित करने को तैयार है, लेकिन प्रदेश सरकार उन्हें उचित वेतन के साथ सरकारी कर्मचारी की श्रेणी में लाए।
उन्होंने कहा कि कोविड 19 में अन्य सरकारी कर्मचारियों के तर्ज़ पर सभी आशा वर्करों ने काम किया। लेकिन उन्हें उचित वेतन व सरकारी कर्मचारी के श्रेणी में नही लाया गया है,ना ही समय पर मानदेय दिया जाता है।
उन्हें कोविड 19 में किए कार्य का अगस्त (August) माह से मानदेय (Honorarium) भी नही दिया गया है। उचित वेतन (Salary) नही मिलने से आशा वर्करों का घर चलाना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार आशा वर्कर्स के लिए कोई ठोस कदम नही उठती है तब तक अभियान का बहिष्कार(Boycott) किया जाएगा। उन्होंने सरकार से मांग की कि आशा वर्करों को उचित वेतन के साथ सरकारी कर्मचारी की श्रेणी में लाया जाए।