शिमला, 25 नवंबर : हिमाचल प्रदेश के पंचायतीराज ढांचे (Panchayati Raj Structure) में बदलाव आया है। सूबे में पंचायतों की संख्या 3226 से बढ़कर 3615 हो गई हैं। मंगलवार को पंचायतीराज महकमे (Panchayati Raj Department) द्वारा नई पंचायतों के गठन के प्रस्तावों (Proposals) को अंतिम रूप दे दिया गया। इसके बाद 389 नई पंचायतें वजूद में आ गई हैं। पंचायत समितियों (Committees) की संख्या 78 ही रहेगी, जबकि जिला परिषदों का आंकड़ा 12 ही है।
नई व्यवस्था के बाद बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, किन्नौर व कुल्लू में पंचायतों की संख्या क्रमश: 176, 309, 248, 814, 73 व 235 हुई हैं। इसके अलावा लाहौल-स्पीति, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन व उना में पंचायतों की संख्या क्रमश: 45, 559, 412, 259, 240 व 245 हुई हैं। शुरूआती चरण में 405 नई पंचायतों का प्रस्ताव बना था, लेकिन 389 को अंतिम मंजूरी मिली है। एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने 9 नवंबर को प्रकाशित खबर में इस बात का खुलासा किया था कि राज्य में पंचायतों की संख्या बढ़कर 3610 का आंकड़ा पार कर सकती है।
नई पंचायतों का प्रस्ताव बनने के बाद सरकार ने 6 नगर पंचायतों के अलावा सोलन, पालमपुर व मंडी को नगर निगम बनाने का निर्णय भी लिया। चूंकि इन शहरी निकायों में ग्रामीण क्षेत्र भी सम्मिलित (included in) किए जाने थे, लिहाजा पंचायतों का भी पुनर्सीमांकन (Delimitation) हुआ। इसी कारण नई पंचायतों के गठन में देरी हुई थी। मोटी जानकारी के मुताबिक शहरी निकायों में 47 पंचायतों के हिस्से शामिल हुए थे। इसमें से 17 पंचायतों का विलय (dissolution) तो पूरी तरह से ही शहरी क्षेत्रों में हो गया।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने इस बात की भी संभावना जताई थी कि नई पंचायतों का आंकड़ा 385 के आसपास रहेगा। राज्य में पंचायतीराज प्रणाली की स्थापना हिमाचल प्रदेश पंचायतीराज एक्ट 1952 के तहत 1954 में हुई थी। उस समय केवल 280 ग्राम पंचायतें थी। इसी बीच एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में पंचायतीराज विभाग के अतिरिक्त निदेशक (Additional Director) केवल शर्मा ने हिमाचल में पंचायतों की संख्या 3615 होने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि 389 नई पंचायतों के गठन को लेकर अंतिम निर्णय हो चुका है।