नाहन/प्रकाश शर्मा, 21 नवंबर : सराहां विकास खंड के नारग में यूको बैंक (UCO Bank) में सेंधमारी (8-9 नवंबर) की असफल कोशिश (Failed attempt) करने की वारदात में पुलिस परतें उधेड़ने में लगी हुई है। हालांकि जांच जारी है, लेकिन पुलिस काफी हद तक इस नतीजे पर पहुंची है कि आपराधिक वारदातों (Criminal incidents) को अंजाम देने के लिए स्थानीय युवा संगठित गिरोह (Organized gang) के तौर पर काम कर रहे थे।
बहरहाल ताजा मामले में पुलिस ने सराहां में करीब डेढ़ साल पुरानी लूट के मामले में दो अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। इसमें मताहन का रहने वाला 28 वर्षीय विवेक गौतम व चौकी गांव का 19 वर्षीय राहुल शर्मा शामिल है। माना जा रहा है कि बैंक में लूट (Loot) की कोशिश करने वालों से मिली जानकारी के आधार पर ही दो ओर गिरफ्तारियां हुई हैं। बता दें कि बैंक सेंधमारी मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को 14 नवंबर को गिरफ्तार किया था। जांच में पाया गया है कि बैंक में लूट की कोशिश करने वाले पहले भी कई वारदातों को अंजाम दे चुके थे।
शनिवार को पुलिस अधीक्षक डाॅ. खुशहाल शर्मा ने पत्रकारवार्ता (Press Conference) में कई महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की। उन्होंने बताया कि 26 मार्च 2019 को आईपीसी (IPC) की धारा-342, 457 व 380 के तहत दर्ज मामले में आरोपी सचिन के अलावा विवेक गौतम व राहुल शर्मा को गिरफ्तार किया गया है। नौहराधार क्षेत्र के रहने वाले आरोपी अंकुश को सोलन पुलिस ने तनिष्क शोरूम (Tanishq Showroom) में सेंधमारी व चोरी की घटना में पूछताछ के लिए अपनी हिरासत में लिया है। एक आरोपी वरूण उर्फ कालू की कोविड रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है, जिसे कड़ी सुरक्षा के बीच नाहन अस्पताल में आइसोलेट (Isolate) किया गया है। इसी बीच एसपी ने बताया कि मामले को सुलझाने वाले विशेष दल के सदस्यों को प्रशंसनीय पत्र (Commendatory letter) जारी किया गया है। साथ ही पुलिस मुख्यालय (Police Head Quarte)से भी एसआईटी के सदस्यों को प्रशंसापत्र जारी करने की अनुशंसा की गई है।
एसपी ने बताया कि थाना प्रभारियों (SHO’s)को पुरानी चोरी की वारदातों को सुलझाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। एसपी ने बताया कि नारग बैंक ने लूट की असफल कोशिश करने वाले पांच आरोपियों की हरियाणा के अलावा सोलन व कुल्लू के अलावा सिरमौर की अन्य आपराधिक वारदातों में भी संलिप्तता रही है। गौरतलब है कि इस मामले को सुलझाने के मकसद से राजगढ़ के डीएसपी भीष्म ठाकुर के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था।