कुल्लू 10 नवंबर : हिमाचल प्रदेश के साइबर क्राइम में एक नई तरह के अपराध का पर्दाफाश हुआ है। शिकायतकर्ता ने मनाली पुलिस थाने में बताया कि वह अमेजॉन (Amazon) का डिलीवरी बॉय (Delivery Boy) है। 20-25 दिन पहले किसी अज्ञात व्यक्ति ने अमेजॉन से लैपटॉप आर्डर करवाया था। जब वह अपने लैपटॉप लेने आया तो उसने बताया कि उसके पास कैश (Cash) नहीं है, इसलिए वह नेट बैंकिंग (Net Banking) से पेमेंट करेगा। डिलीवरी ब्वॉय ने उसे अपना अकाउंट नंबर दे दिया और कुछ ही मिनट बाद उसके फोन पर 30 हजार की रकम डलने का मैसेज आ गया।
डिलीवरी ब्वॉय ने उसे लैपटॉप दिया और वहां से चला गया। लेकिन शाम को जब उसे वह पैसे कंपनी को लौटाने थे तो उसने अपना अकाउंट चेक किया। उसके होश उस समय उड़ गए जब उसने देखा कि उसके अकाउंट में 30 हजार की पेमेंट नहीं आई है। डिलीवरी बॉय ने पहले उस व्यक्ति को कॉल करने की कोशिश की लेकिन कांटेक्ट नही हो पाया। तुरंत ही उसने बैंक में जाकर पता किया, लेकिन बैंक वालों ने भी मना कर दिया कि उसके वह अकाउंट में कोई भी रकम नहीं आई है। उसके बाद उसे अंदाजा हो गया कि वह किस ठगी का शिकार हो गया है और उसने मनाली पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई।
कुल्लू पुलिस ने तुरंत आरोपी की तलाश शुरू की और इसे मनाली के एरिया से पकड़ा। आरोपी ने पूछताछ करने पर पुलिस को अपना नाम अरविंद बताया और आधार कार्ड भी दिखाया। गहन सर्च करने पर पता चला कि इसका असली नाम सौरव मित्रा(30) पुत्र श्री सुब्रत मित्रा निवासी जिला नाडिया पश्चिम बंगाल है। पूछताछ में पता चला है कि यह एक बहुत बड़ा ठग है और साइबर क्राइम का मास्टर है, उसने बिहार में एक लड़के के साथ 8 लाख रूपए की ठगी की है। अपने आपको डिस्कवरी चैनल (Discovery Channel) का एंपलाई बताता है। इसने बिहार के गया में भी एक व्यक्ति के साथ ठगी की है। इसने अपने आप को डिस्कवरी चैनल का डायरेक्टर बताया था और कुछ डॉक्यूमेंट भी उसको दिखाए थे। इसके साथ-साथ इसमें शिमला में भी डिस्कवरी चैनल के लिए लोगों को काम करने के लिए धोखाधड़ी से शूट करवाए। उन लोगों का भी 3 लाख 30 हजार रुपया ठगा है, किन्नौर के भी कुछ लोगों के साथ 4.5 लाख की ठगी की है।
प्राथमिक जानकारी हासिल की जा रही है कि इस ने किस तरह लोगों को शिकार बनाया है कहां-कहां शिकार बनाया है इसके बारे में पूरी जानकारी इकट्ठा की जा रही है। यह भी पाया गया है कि ठग बेहद शातिर है अच्छी इंग्लिश बोलता (English Speaking) है और खुद को आईआईटी इंजिनियर (IIT Engineer) बताता है। कंप्यूटर का अच्छा ज्ञान रखता है। मनाली में 10000 रुपए महीना कमरा(Rented house) किराए पर लेकर लोगों को फ्रॉड (Fraud) करने की कोशिश कर रहा था। बता रहा था कि यह डिस्कवरी चैनल में काम करता है और प्रोमोशन का काम लेकर लोगों के लिए ऐड कर रहा है।
आरोपी इतना शातिर और चालाक है कि इसने अरविंद व्यक्ति के नाम से एक नकली आधार कार्ड बना रखा है, जिसका प्रयोग करके यह मनाली में एक क्वार्टर लेकर रह रहा था। आरोपी से अभी तक एक बोलेरो वाहन जो अरविंद के नाम से है, 6 सिम कार्ड, दो मोबाइल फोन, एक पेन ड्राइव, 6 पासबुक, 2 चैकबुक,3 एटीएम, 3आधार कार्ड ये अरविंद नाम के है।
पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मनाली थाना में आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि उक्त व्यक्ति के खिलाफ और भी कई आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं जिसकी छानबीन चल रही है।