शिमला/हमीरपुर, 31 अक्तूबर : दो दिन बाद शादी (Marriage) होनी है। स्वाभाविक सी बात है कि परिणय सूत्र में बंधने वाले युवक व युवती पर चंद रोज पहले घर से निकलने की बंदिश (Restriction) भी लग जाती है। इन तमाम बातों से परे हमीरपुर के हारमा गांव में अनुराग पंडित ने एक दुर्लभ मिसाल (Rare Example) कायम की है। वो घर से तो निकले ही, साथ ही रक्तदान शिविर (Blood Donation Camp) में पहले डोनर (First Donor) भी बने। इस शिविर की एक खास बात यह भी थी कि कृषि विश्वविद्यालय (Agriculture University) से रिटायर (Retire) होने पर मदन लाल शर्मा ने इसका आयोजन किया था। बता दें कि शिविर में अनुराग पंडित ने पांचवी बार रक्तदान कर उदाहरण पेश किया। एक महत्वपूर्ण बात यह भी है कि अनुराग के परिवार से 7 अन्य उन लोगों ने भी ब्लड डोनेट किया, जो दो दिन बाद बाराती बनेंगे।
इस मौके पर अश्वनी शर्मा, ने भी अपनी बेटी मिनाक्षी शर्मा, बेटे अभिषेक शर्मा, शशि शर्मा व उनके बेटे कृष्ण कांत शर्मा ने भी सातवीं बार रक्तदान किया। सोमी शर्मा व रोहन ने पहली बार रक्तदान किया। बता दें कि इस गांव में हमीरपुर के ब्लड बैंक के माध्यम से पहली बार रक्तदान शिविर आयोजित किया गया था। ‘‘हम दोस्त’’ संस्था के संयोजक संजीव शर्मा ने भी 21वीं मर्तबा (21st Time) रक्तदान किया। उन्होंने बताया कि ‘‘उमंग फाउंडेशन” के संयुक्त तत्वाधान में इस शिविर का आयोजन किया गया था। अब तक 10 शिविर आयोजित हो चुके हैं। शिविर के दौरान सुमित कुमार व संदीप कौशल ने भी क्रमशः छठी व 10वीं बार ब्लड डोनेट किया।
कुल मिलाकर यह शिविर कई मायनों में प्रेरणादायक (Inspiration) बन गया है। न केवल एक युवक ने शादी से लगभग 48 घंटे पहले रक्तदान किया, बल्कि जीवन में पहली बार रक्तदान करने वालों की भी खासी संख्या रही। संयोजक संजीव शर्मा ने कहा कि सेवानिवृत होने पर अक्सर ही पार्टी आयोजित होती है, लेकिन यहां रक्तदान शिविर आयोजित हुआ।
Latest
- व्यय रजिस्टर का शैडो आब्जर्वेशन रजिस्टर से मिलान जरूरी : व्यय पर्यवेक्षक
- ‘चाहे कुछ भी हो मजबूरी-वोट डालना है जरूरी’ के नारों से गूंजा जुन्गा
- संगड़ाह : घास काटने गई महिला की ढांक में गिरने से मौत
- बुजुर्ग दंपत्ति ने निभाई 7 फेरों की सौगंध, पत्नी की मौत के चंद घंटे में फौजी साहब ने त्यागा संसार
- 24 मई को पीएम नरेंद्र मोदी नाहन व मंडी में करेंगे 2 रैलियां : राजीव बिंदल