शिमला, 18 अक्तूबर : रविवार को प्रदेश में 304 परीक्षा केंद्रों में आयोजित एचआरटीसी (HRTC) कंडक्टर भर्ती की लिखित परीक्षा को लेकर सोशल मीडिया (social media)में बवाल मचा हुआ है। फिलहाल प्रश्नपत्र (Question paper) के सोशल मीडिया में सामने आने की घटना को प्रश्नपत्र के लीक होने से जोड़कर नहीं देखा जा रहा। इस मामले में दो बातें सामने आ गई हैं। इसके मुताबिक शिमला की एपीजी यूनिवर्सिटी (APG University) के परीक्षा केंद्र में एक उम्मीदवार मोबाइल से तस्वीरें क्लिक करता पाया गया। इसे अपने ही एक साथी को बाहर व्हाटसएप कर चुका था, लेकिन उसे नकल (यूएमसी) से पहले ही पकड़ लिया गया था।
यह भी सामने आ रहा है कि परीक्षा केंद्र से बाहर जिस व्यक्ति को प्रश्नपत्र भेजा गया था, उसने इसे अपलोड नहीं किया था। इस मामले में परीक्षा केंद्र अधीक्षक (Examination Center Superintendent) के माध्यम से पुलिस में मामला दर्ज करवा दिया गया है। बता दें कि शिमला के एसपी मोहित चावला शाम तक यूनिवर्सिटी में ही शाम तक जुटे रहे। उधर अब सवाल उठता है कि जब यहां से प्रश्नपत्र अपलोड नहीं हुआ तो सोशल मीडिया में कैसे पहुंचा।
इसको लेकर सुई कांगड़ा जनपद की तरफ घूम गई। हालांकि कोई आधिकारिक (Official) तौर पर पुष्टि नहीं कर रहा, लेकिन बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया (Social media) में वायरल (Viral) किए गए प्रश्नपत्र (Question Paper) पर ही सबूत(Evidences) मौजूद थे। इसमें सीरीज के तीन अंक व उम्मीदवार के आयु से जुड़ी जानकारी को लीड बनाया गया। इसके बाद हमीरपुर पुलिस की मदद से आयोग के डाटा बेस से वायरल करने वाले का पता लगाया गया। बता दे कि आयोग का मुख्यालय हमीरपुर में है। फिलहाल यह बताया जा रहा है कि प्रश्नपत्र को वायरल करने वाला शाहपुर क्षेत्र से ताल्लुक रखता है। कांगड़ा पुलिस भी इस मामले में आपराधिक मामला दर्ज कर सकती है।
आयोग ने यह साफ कर दिया है कि प्रश्नपत्र को लीक नहीं माना जा सकता, क्योंकि जो सवाल सोशल मीडिया में आए भी, उसकी उत्तर कुंजी (answer key) साथ नहीं थी। बता दें कि इस परीक्षा में लगभग 60 हजार उम्मीदवारों ने 568 पदों के लिए आवेदन किया था। दरअसल, अगर परीक्षा केंद्र से प्रश्नपत्र बाहर पहुंचा भी तो इससे परीक्षा दे रहे उम्मीदवारों को कोई मदद इस कारण भी नहीं मिल सकती थी, क्योंकि उम्मीदवारों के पास मोबाइल (Mobile) नहीं थे। इतना जरूर है कि परीक्षा के संचालन को लेकर शरारती तत्वों द्वारा ऐसा किया गया। शिमला के एसपी मोहित चावला (IPS Mohit Chawla) ने केवल इतना कहा कि निजी विश्वविद्यालय से जुड़े मामले को लेकर मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा पुलिस भी अपने स्तर पर जांच कर रही है।
ये बोले सचिव…
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग (HPSSC) के सचिव डाॅ. जितेंद्र कंवर ने कहा कि एपीजी यूनिवर्सिटी (APG University) के परीक्षा केंद्र में एक उम्मीदवार को प्रश्नपत्र की तस्वीरें खींचने के तुरंत बाद ही पकड़ लिया गया था। इस मामले में पुलिस को मामला दर्ज करने का अनुमोदन कर दिया गया है। डाॅ. कंवर ने कहा कि 10ः22 बजे पेपर के जो फोटो सोशल मीडिया में आए, उसको लेकर अलग जांच जारी है। एपीजी यूनिवर्सिटी के केंद्र अधीक्षक से भी विस्तृत रिपोर्ट (Detailed report) तलब की गई है। उनका कहना था कि प्रश्नपत्रों को ट्रेजरी में कड़ी सुरक्षा के बीच रखा जाता है। इसे अंतिम वक्त पर ही परीक्षा केंद्र में भेजा जाता है। उन्होंने बताया कि कांगड़ा के एसपी से भी बातचीत हुई है।
Latest
- कंगना के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग कर धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचा रहे विक्रमादित्य
- सिकंदर कुमार संभालेंगे नाहन में पीएम रैली का दारोमदार, 40 हजार की भीड़ जुटाने का लक्ष्य
- आग की लपटों से घिरा सैनधार के कोटला मोलर का जंगल, ग्रामीणों ने दी ये चेतावनी…
- कुल्लू : लगघाटी में कार दुर्घटनाग्रस्त, 21 वर्षीय युवक की मौत
- पहली बार खुलासा, अभिनेता मनोज वाजपेयी की पहली पत्नी का नाहन कनेक्शन…