धर्मशाला(एमबीएम न्यूज): हिमाचल प्रदेश विधानसभा सत्र के दूसरे दिन सरकार झुकती नजर आई। सदन में आज भी हंगामा हुआ, लेकिन सरकार मुख्यमंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों में चर्चा करवाने पर राजी हो गई। साथ ही यह तय किया गया कि स्थगन प्रस्ताव के बगैर यह चर्चा 4 दिसंबर को की जाएगी। प्रश्नकाल के दौरान बीजेपी विधायक रविंद्र रवि ने वीरभद्र सिंह के आय से अधिक संपत्ति मामले पर चर्चा के लिए नोटिस स्वीकार करने की बात भी उठाई थी।
गौरतलब है कि इसी बात को लेकर सत्र के पहले दिन भाजपा ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सदन का वॉकआउट कर दिया था। सत्ता पक्ष बार-बार यही कहता रहा कि मामले न्यायालय में विचाराधीन होने के कारण स्थगन प्रस्ताव लाकर चर्चा नहीं की जा सकती। उधर वॉल्वो खरीदने के मामले पर एचआरटीसी मंत्री जीएस बाली पर विपक्ष ने तीखे प्रहार किए। विधायक रिखी राम कौंडल व रणधीर शर्मा ने वॉल्वो बसों की खरीद में अनियमितताओं के आरोप लगाए।
बाली ने भी इस मसले पर तथ्यों के साथ अपनी बात कहने की कोशिश की। सत्र के प्रारंभ में ही नेता प्रतिपक्ष प्रो0 प्रेम कुमार धूमल ने जोरावर स्टेडियम में रैली की अनुमति न दिए जाने पर सरकार पर जोरदार प्रहार किया। इस पर वीरभद्र ने सफाई देते हुए कहा कि यह मैदान विधानसभा के सामने है। इसी कारण अनुमति नहीं दी जा रही थी। इस बार तो रैली कर ली जाए, लेकिन भविष्य में अनुमति नहीं दी जाएगी।