मंडी (विरेंद्र भारद्वाज): नेरचौक को नगर परिषद बनाए जाने का विरोध दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। रविवार को मल्थेहड़ पंचायत के तहत रति गांव के लगभग 300 लोगों ने स्थानीय विधायक व आबकारी एवं कराधान मंत्री के घर के बाहर डडौर पहुंचकर अपना रोष प्रकट करते हुए धरना प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। ग्रामीणों ने मांग उठाई कि रती गांव को तत्काल प्रभाव से घोषित नगर परिषद नेरचौक से बाहर किया जाए।
रती के लोकेश कपूर ने कहा कि हमारा गांव ऐसा है जिसमें 90 फि सदी लोग किसान हैं और उनकी रोजी रोटी खेतों से चलती है। नगर परिषद में आने से ग्रामीण जनता पर करों का बोझ पड़ जाएगा जोकि जनता के साथ अन्याय है। भले ही सरकार नेरचौक का शहरीकरण कर नगर परिषद बना रहे हो मगर उस क्षेत्र को नगर परिषद में शामिल किया जाए जो शहरी है बल्कि ग्रामिण क्षेत्र को नहीं। वार्ड सदस्य तरूणा कौशल ने कहा कि यहां की जनता भोली भाली है और अधिकांश किसान व गरीब लोग हैं। कुछ महिलाएं लिफाफे बना कर घर चला रही है ऐसे में सभी कर के बोझ में दब जाएंगे।
इस अवसर पर मल्थेहड़ पंचायत के प्रधान श्याम लाल, वार्ड सदस्य तरूणा कौशल, पूर्ण चंद, कर्म ङ्क्षसह, उर्मिला देवी, पूर्व वार्ड सदस्य नागेंद्र ग्रामीण चेत राम, लालमन, सरदारा सिंह, गोविंद राम, निर्मल सिंह, पुष्प राज, सुरेंद्र शर्मा, देवी राम सहित महिला मंडल की लगभग 20 महिलाएं व युवा वर्ग सहित 300 के लगभग लोग मौजूद रहे।
ग्रामीणों के आने से पहले धर्मशाला रवाना हो गए मंत्री
ग्रामीणों के विरोध जताने आने की भनक मिलते ही मंत्री विधानसभा सत्र के लिए धर्मशाला रवाना हो गए और ग्रामिणों से नहीं मिल पाए। लोगों का कहना है कि हम इसी तरह रोजाना मंत्री के घर के आगे तब तक धरना दिया करेंगे जब तक हमारी मांग को पूरा नहीं किया जाता।
5 दिसम्बर को होने वाली विरोध रैली में लेंगे भाग
ग्रामीणों ने ऐलान किया है कि वे 5 दिसम्बर को होने वाली विरोध रैली में बढ़चढ़ कर भाग लेंगे अगर फिर भी उनकी मांग को नहीं सुना जाता है तो वे चुनाव बहिष्कार का विकल्प भी चुन सकते हैं।