शिमला, 27 सितम्बर : हिमाचल प्रदेश में गत अढ़ाई वर्षों में 456 लोगों को करुणामूलक आधार पर विभिन्न विभागों में सरकारी नौकरी मिली है। ये नौकरियाँ क्लास थ्री व क्लास फोर में दी गई है। हालांकि इन श्रेणियों में करुणामूलक नौकरियों के 3413 मामले अभी भी लंबित हैं। पीडल्ब्यूडी, जलशक्ति और शिक्षा विभाग में सबसे ज्यादा आवेदन लंबित हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि विभागों में करुणामूलक नौकरियां के लिए 5 फीसदी का कोटा तय है। लेकिन अगर किसी विभाग में करुणामूलक नौकरियां देने का पांच प्रतिशत कोटा पूरा हो गया है तो अन्य विभागों में पद रिक्त होने पर नौकरियां दी जाएंगी। वहीं जिस परिवार की स्थिति दयनीय है, ऐसे विशेष मामलों की कैबिनेट में चर्चा होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि वर्तमान सरकार ने करूणामूलक नियमों का सरलीकरण किया है। पहले 50 साल की आयु पूरा करने वाला अभ्यर्थी करूणामूलक नौकरी के लिए पात्र नहीं होता था। लेकिन उनकी सरकार ने इस शर्त को खत्म कर इसे 58 साल किया है। इसी तरह पहले सभी मामले वित्त विभाग के पास जाते थे, अब संबंधित प्रशासनिक विभागों में जाएंगे। पहले आवेदन से वरिष्ठता होती थी, अब वरिष्ठता मृत्यु से ली जाएगी। पहले सालाना आय डेढ़ लाख थी, यह ढाई लाख रुपये कर दी। पहले चतुर्थ श्रेणी, लिपिक पद पर रोजगार मिलता था। अब जेओए आईटी के पद पर भी भर्ती होगी। कहा कि वर्तमान सरकार ने एक जनवरी 2018 से मई 2020 तक 456 लोगों को रोजगार दिया है। इनमें 3413 मामले लंबित हैं।