नाहन, 27 सितंबर: चंद सप्ताह पहले नगर परिषद (Municipal council) के सदन में इस बात का प्रस्ताव (Resolution) पारित हुआ था कि शहर की सड़कों के आसपास 500 वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी, इसके लिए मासिक भुगतान (Monthly Payment) के तहत सुविधा प्रदान करने का फैसला हुआ। शुल्क 800 से 1200 रूपये प्रतिमाह तय करने का फैसला हुआ, इसके बाद नगर परिषद को आवेदन प्राप्त होने शुरू हो गए हैं, लेकिन मुफ्तखोर अब भी बाज नहीं आ रहे है। दअरसल जिन क्षेत्रों में वाहन चालकों(Drivers) ने नगर परिषद के पास आवेदन के अलावा भुगतान भी कर दिया है, उन्हें अपने ही चिन्हित स्थानों (Identified) पर पार्किंग नहीं मिल रही, इसका कारण यह है कि मुफ्त की पार्किंग (Free Parking) वाले वहां अपने वाहनों को स्थाई (Permanent) तौर पर पार्क कर देते हैं। लिहाजा यह मांग उठ रही है कि नगर परिषद को अब इस दिशा में भी कठोर कदम (Strict action) उठाने चाहिए। उसी स्थिति में नगर परिषद अपने फैसले को अमलीजामा पहना सकती है।
बता दें कि कई स्थानों पर नगर परिषद ने लाखों रुपए खर्च करने के बाद इंटर लॉकिंग टाइलें (Inter locking tiles) लगवाई है, ताकि उन वाहनों को सुचारू तरीके से पार्किंग उपलब्ध करवा दी जाए जिन्होंने 1 साल की राशि को अग्रिम (Advance) तौर पर जमा करवा दिया है। एक मांग यह भी उठ रही है कि चिन्हित स्थानों (Identified) को नगर परिषद द्वारा चेन लगाकर रोक दिया जाना चाहिए जो वाहन धारक पेड पार्किंग(Paid Parking) व्यवस्था के तहत आवेदन करेगा, उसे उस जगह पर स्थान दे दिया जाए। उधर नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी (Executive officer) ठाकुर अजमेर सिंह ने सख्त(strict) लहजे में कहा कि इस बाबत कठोर कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि नगर परिषद ने शहर(City) को सुंदर(Beautiful) बनाने के लिए कई फैसले लिए हैं, ऐसे लोगों के खिलाफ कार्यवाही (Action) करना जरूरी है, जो इस कोशिश में खलल पैदा कर रहे है। बता दे शिमला रोड पर भी नगर परिषद ने शानदार (fabulous) पार्किंग का निर्माण किया है जिस पर भी मुफ्तखोरों (Freebies) ने कब्जा कर लिया था, सख्ती के बाद ही पेड व्यवस्था लागू हो पाई थी।