शिमला/सोलन, 23 सितंबर : सोलन जिला की बहुचर्चित मानव भारती यूनिवर्सिटी (Manav Bharti University)की फर्जी डिग्री मामले की जांच कर रही एसआईटी (SIT) ने एक और आरोपी को काबू किया है। दिल्ली के केवल शर्मा नाम के आरोपी को आज एसआईटी ने गिरफ्तार(Arrest) किया है। आरोपी ने वर्ष 2010-13 में विश्वविद्यालय से बी.कॉम की डिग्री प्राप्त करने का दावा किया है। लेकिन जांच के दौरान उसकी डिग्री फर्जी (Fake Degree) पाई गई। सीआईडी के डीआईजी विमल गुप्ता ने इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मामले में जांच जारी है।
मानव भारती फर्जी डिग्री स्कैम में अब तक विवि केे मालिक सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गत जून माह में विवि के मालिक राजकुमार राणा गिरफ्तार हुआ था। राणा की गिरफ्तारी के बाद राजस्थान के माउंट आबू में चल रहे माधव विश्वविद्यालय में दबिश देकर एसआईटी ने बड़े पैमाने में दस्तावेज व कंप्यूटर बरामद किए हैं। इसके अलावा विवि सहित राणा की संपत्ति को भी सील किया जा चुका है।
जानकारी अनुसार ईडी भी इस प्रकरण में एफआईआर (F.I.R) दर्ज कर चुकी है। दरअसल विवि प्रबंधन की ओर से फर्जी डिग्री बेचकर अकूत संपत्ति अर्जित करने और उस काले धन को कानूनी रूप देने के लिए कई जगह निवेश करने के ईडी को प्रारंभिक जांच में साक्ष्य मिले हैं।
मानव भारती यूनिवर्सिटी में फर्जी डिग्री को लेकर पिछले करीब कई सालों से घोटाला किया जा रहा था। करीब 4 से 5 लाख फर्जी डिग्री घोटाले की आशंका है। फर्जी डिग्री बेचने वाली इस यूनिवर्सिटी ने अपने गोरखधंधे से लाखों युवाओं के भविष्य पर सवालिया निशान लगा दिया है। आलम यह है कि युवा जहां सरकारी या निजी कंपनी में नौकरी कर रहे हैं, तो उनकी डिग्री पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।