नाहन, 21 सितम्बर : लंबे अरसे बाद सरकार ने सोमवार से स्कूलों(Schools) में पढ़ाई शुरू करने का फैसला लिया था। इसको लेकर दिशा निर्देश जारी हो चुके थे। अभिभावकों की सहमति से ही बच्चों को स्कूल पहुंचना था। सोमवार को विकास खंड की राजकीय माध्यमिक पाठशाला जंगलाभूड़ में छात्रों की टोली बेहद ही उत्साहित होकर स्कूल पहुंची, लेकिन स्कूल के गेट (gate) पर ताले लटके हुए थे। इससे उन्हें कुछ निराशा का सामना करना पड़ा, लेकिन इधर-उधर पता करने पर जानकारी मिली कि स्कूल की चाबियां (Keys) एक दुकान में है। इसके बाद छात्रों ने ही स्कूल के मुख्य गेट को खोला।
स्कूल में स्टाफ के अलावा कोई भी चौकीदार इत्यादि नहीं पहुंचा था। आसपास इस मंजर को देख रहे लोगों ने तुरंत ही इसकी जानकारी मीडिया (media) तक पहुंचाई। अब यह सवाल उठता है कि जब सरकार ने सोमवार से स्कूल खोलने का फैसला लिया था, तो 50:50 के अनुपात में स्टाफ(staff) का कोई भी सदस्य क्यों नहीं पहुंचा। शिक्षा ग्रहण करने के लिए सुबह 9 बजे तक ही लगभग 20 छात्र (Students)स्कूल पहुंचे थे। फ़िलहाल स्कूल के हेड मास्टर से संपर्क नहीं हो पाया है। बता दे कि स्कूलों को खोलने के फैसले के बाद ऐसी तस्वीरें भी सामने आ रही थी जिसमे स्कूलों को सेनीटाईज करवाते दिखाया जा रहा था।