सुंदरनगर, 15 सितंबर : हिमाचल के मुख्यमंत्री विकास के नाम पर कर्जे पर कर्जा ले रहे हैं और मंत्री पैसे को अपने परिवार पर पानी की तरह बहा रहे हैं। जिला पार्षद भूपेंद्र सिंह द्वारा आरटीआई से ली गई जानकारी में यह खुलासा हुआ है, कि केंद्र से जनता के लिए आए पैसे से जलशक्ति मंत्री के इशारे पर धर्मपुर में चालीस लाख की तीन गाड़ियां खरीद ली गई। 27 लाख की एक गाड़ी अधिशाषी अभियंता (Executive Engineer) के नाम पर खरीदी गई और वह भी मंत्री पुत्र के हवाले कर दी गई, जिस पर सवार होकर वह समारोहों में जाते हैं।
भूपेंद्र ने कहा कि ऐसा लगता है, कि मुख्यमंत्री भी जल शक्ति मंत्री(Jal shakti Minister) के प्रति पूर्णतया चुप होकर बैठ गए हैं । उन्होंने कहा कि मंत्री ने जलशक्ति विभाग को अपने ऐशो आराम (Luxury) का विभाग बना दिया है। जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) योजना के तहत 27 लाख की एक टोयोटा गाड़ी और दो बोलेरो गाड़ियां खरीदने के लिए 40 लाख से भी अधिक रूपए खर्च किये जा चुके हैं। टोयोटा गाड़ी जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह के बेटे द्वारा कथित रूप से इस्तेमाल की जा रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है, कि जब से लग्जरी गाड़ी खरीदी गई है, तब से लेकर आज तक धर्मपुर- संधोल- सरकाघाट, मनाली- करसोग से लेकर कई स्थानों पर अहम फुटेज चेक की जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
उन्होंने कहा, कि अपने समर्थकों से गरीबों के मसीहा के नारे लगाने वाले महेंद्र सिंह( Thakur Mahinder Singh)के घर में कई महंगी गाड़ियां होने के बावजूद ऐसी कौन सी गरीबी पड़ गई जो एक्सईन धर्मपुर के नाम पर अपने बेटे के लिए जनता के पीने के पानी का बजट खर्च करना पड़ रहा है। महेंद्र सिंह ने अपने काफ़िले में तीन लग्जरी सरकारी गाड़ियां रखी हैं, जबकि एक सरकारी गाड़ी उनके निजि सचिव इस्तेमाल करते हैं। बेटे के पास अपनी फॉर्च्यूनर (Fortuner) और स्कर्पियो गाड़ी होने के बावजूद उनके लिए सरकारी पैसे का दुरुपयोग किसी बुद्धिजीवी की समझ नहीं आ रहा है। यह भी चर्चा है कि लाखों रुपए खर्च करके लिया गया। 0006 नंबर जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए है ताकि पता न चल सके कि बेटे की गाड़ी गई या मंत्री की।
भूपेंद्र सिंह ने बताया कि खुद को अटल की ईमानदार पार्टी (Honest Party) कहने वाली भाजपा की असलियत जनता के सामने आ चुकी है। भोली-भाली जनता की खून पसीने की कमाई को जमकर लूटा जा रहा है और मुख्यमंत्री जयराम अपनी पीठ खुद थपथपा रहे हैं। लोगों का कहना है, कि इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा कि गरीबों के मसीहा कहलाने वालों ने कैसे जनता की कमाई उड़ाई थी। भूपेंद्र सिंह ने बताया कि महेंद्र सिंह व उनके परिवार द्वारा जनता के पेयजल के पैसे से मौज करने का मामला पत्र द्वारा माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister) जी के सामने लाया जाएगा ।
उधर ,आरएलए एवं एसडीएम (Sub divisional Magistrate) धर्मपुर सुनील वर्मा ने कहा कि वीआईपी नंबर (एचपी 86- 0006) के लिए एक लाख आरएलए को मिला है,तभी नंबर अलॉट हुआ है। किसने जमा करवाया ये उन्हें पता नहीं है । धर्मपुर जल शक्ति विभाग के एक्सियन प्रदेश के इतिहास में पहले एक्सियन हैं जिनके लिए 30 लाख की गाड़ी ली गई है । अन्य उपमंडलों में एक्सियन को सात लाख की महेंद्रा बलेरो से काम चला रहे हैं। माननीय हाईकोर्ट के जजों के पास भी 10 से 12 लाख रुपए की कोरोला गाड़ी उपलब्ध है। यहां तक कि उन्हें भी फुल लोडेड फॉर्च्यूनर गाड़ी नहीं दी गई है। धर्मपुर के अधिशासी अभियंता राजेश पराशर ने कहा कि यह गाड़ी जलजीवन मिशन के तहत खरीदी गई है, जिसके लिए मुख्य कार्यलय से वितीय स्वीकृति आई है। यह मंत्री के कारगेट की सेकेंड विहीकल है, जिसका पूरा ख़र्चा मुख्य कार्यलय से आता है।