नाहन, 10 सितंबर : कश्मीर घाटी में बारामुला मुठभेड़ में शहीद प्रशांत ठाकुर के परिवार को 24 साल के लाल की शहादत के 23 दिन बाद 5 लाख रूपए की फौरी राहत मिली है। अब सरकार को क्यों याद आया, इस बात पर तो सस्पेंस है। अलबत्ता, इतना जरूर है कि चंद घंटों के भीतर ही परिवार को फौरी राहत के तौर पर 5 लाख रूपए का चैक प्रदान किया गया है। वैसे तो यह राशि शहीद की अंत्येष्टि के दौरान ही जारी कर दी जानी चाहिए थी, लेकिन सरकार ने इसकी कोई सुध नहीं ली।
संभावना जताई जा रही है कि मामला विधानसभा के सदन तक पहुंच जाने की वजह से ही त्वरित कार्रवाई की गई है। बार-बार यह बात विभागीय पक्ष में दोहराई गई कि एक्सग्रेशिया के तौर पर 20 लाख रूपए मिलेंगे, लेकिन इस सिलसिले में कोई भी ठोस बात सामने नहीं आई। बता दें कि शहीद के साथ ही शहादत पाने वाले यूपी के लाल के परिवार को योगी सरकार ने तुरंत ही 50 लाख रूपए की राशि का ऐलान कर दिया था। साथ ही परिवार को नौकरी की घोषणा की गई थी। इसके अलावा एक सडक़ का नामकरण भी शहीद के नाम पर करने की घोषणा की गई थी।
बता दें कि आतंकी मुठभेड़ में प्रशांत ठाकुर ने 18-19 अगस्त को शहादत पाई थी। हैरान करने वाली बात थी कि हिमाचल सरकार 24 साल के लाल की शहादत पर चुप्पी साधे हुए थी। मुख्यमंत्री द्वारा केवल फेसबुक पर चंद शब्द लिखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई थी, जबकि अन्य राज्यों में मुख्यमंत्री शहीद के घर पहुंच कर शोक संलिप्त परिवार को दिलासा देते हैं। ऐसा हिमाचल के मुख्यमंत्री भी कर चुके हैं, लेकिन धारटीधार के सपूत प्रशांत ठाकुर के मामले में दोहरा मापदंड अपनाया जा रहा है। परिवार के सदस्यों से मिली जानकारी के मुताबिक 5 लाख रूपए की राशि प्राप्त हुई है।
उधर संपर्क किए जाने पर सैनिक कल्याण बोर्ड के उपनिदेशक मेजर दीपक धवन ने शहीद के परिवार को 5 लाख रूपए का चैक भेंट किए जाने की पुष्टि की है।
Latest
- डॉ. यशवंत सिंह परमार की पुण्यतिथि पर सिरमौर कल्याण मंच ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
- प्रीतेश शर्मा बने हिमाचल प्रदेश बगटुर एसोसिएशन के राज्य उपाध्यक्ष
- 1991 बैच के IPS अफसर डॉक्टर अतुल वर्मा ने संभाला DGP का कार्यभार
- चंडीगढ़ में तेज रफ्तार SUV ने ऑटो को मारी टक्कर, हिमाचली युवती समेत चालक की मौत
- मंडी : 36 साल का कार्यकाल पूर्ण कर तहसीलदार पूर्ण चंद कौंडल हुए सेवानिवृत