नाहन,07 सितंबर : डॉ. अंबेदकर महासभा की सिरमौर इकाई ने दलित नेता स्व. केदार सिंह जिन्दान के बलिदान को याद करते हुए उनको श्रद्धा सुमन अर्पित किए। महासभा के जिलाध्यक्ष गीता सिंह उपाध्यक्ष, महासचिव समेत अन्य पदाधिकारियों ने संयुक्त रुप से कहा कि स्व. केदार सिंह जिंदान जी ने समाज के हित की लड़ाई लड़ी तथा हमेशा गरीबों, दलितों व पिछड़ों के हक की आवाज उठाई। गौर हो कि 7 सितंबर 2018 को शिलाई क्षेत्र में दिनदहाड़े कुछ असामाजिक जातिवादी मानसिकता के लोगों ने जिन्दान की हत्या कर दी थी।
डॉ. अंबेदकर महासभा के पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से कहा कि केदार सिंह जिंदान ने जिस समाजिक लड़ाई के लिए बलिदान दिया, उसे कभी भी रुकने नहीं देंगे। समाज मैं जातिवाद के साथ-साथ अन्य सभी समाजिक बुराइयों के खिलाफ दलितों, पिछड़ों, गरीबों के हक की आवाज को वह हमेशा बुलंद करते रहेंगे। अंबेडकर महासभा ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि अत्याचार निवारण अधिनियम की धाराओं के अनुरूप स्व.जिंदान के परिवार को मूलभूत सुविधाएं अभी तक नहीं मिली हैं। यहां तक कि परिवार के पास स्थाई आवास की सुविधा भी नहीं है।
ऐसे में परिवार को किराए के मकान में रहकर जीवन यापन करना पड़ रहा है। स्व.जिंदान के बच्चों को उचित शिक्षा के लिए प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में भी दाखिला नहीं मिला है। हालांकि ज़िंदान जी की धर्मपत्नी को अनुबंध आधार पर क्लर्क लगाया गया है। लेकिन उनका पारिवारिक खर्चा अधिक है और आय कम है, ऐसे में परिवार का जीवन यापन कठिनता से चल रहा है। महासभा ने मुख्यमंत्री एवं सामाजिक कल्याण मंत्री से आग्रह किया है कि जिंदान के परिवार के लिए सिरमौर मुख्यालय नाहन अथवा शिमला में पर आवास आबंटित किया जाए।