नाहन 27 अगस्त : ठीक 48 साल(27 August 1972) पहले हिमाचल प्रदेश के सिरमौर (Sirmour) जनपद के शिलाई उपमंडल के रोनहाट के गांव धिराइना में ज्वालू राम व टंडी देवी के घर एक बेटे का जन्म होता है। धीरे-धीरे बेटे की उम्र बढ़ना शुरू होती है, अचानक ही कद तेजी से बढ़ने लगता है। यही बात आज के द ग्रेट खली (The Great Khali) उर्फ दिलीप सिंह राणा के (Dalip Singh Rana) लिए अभिशाप (Curse) माने जाने लगी। ऐसा हुआ भी। भगवान शिरगुल (Lord Shirgul) के आशीष से द ग्रेट खली ने भी यह ठान लिया था कि वह अपने पांव पर खड़ा होकर दिखाएंगे। आज खली को करीब से जानने वाले बताते हैं कि एक जमाने में खली को इतनी ताकत मिली थी कि वह एक क्विंटल की बोरी को खड़े-खड़े ही बस की छत पर चढ़ा दिया करते थे। वैसे तो इस समय द ग्रेट खली पहचान को लेकर मोहताज नहीं है।
शायद वह पहले ही एक ऐसे हिमाचली हैं, जिसने देवभूमि को पूरी दुनिया(Entire world) में अपनी ताकत व रेसलिंग(Wrestling) के बूते गौरवान्वित किया है। खली को बधाई देते हुए उनके एक करीबी दोस्त ने बताया कि करीब 8 साल पहले मुंबई एयरपोर्ट (Mumbai Airport) पर अफ्रीकन (African) मूल के लोगों की उनके प्रति दीवानगी देखने को मिली थी जो एक अनोखा नजारा था। हालांकि खली के आलोचक भी कई बार यह कहते सुने जा सकते हैं कि अपने इलाके के लिए क्या किया। तो सोचिए, एक शख्स जिसकी बदौलत आज पूरी दुनिया खासकर इंटरनेट वर्ल्ड(Internet world) में सिरमौर अंकित है, क्या यह उपलब्धि नहीं मानी जा सकती।
अहम बात यह भी है कि खली का अपनी जन्मभूमि(Birth Place) से रत्ती भर भी जुड़ाव कम नहीं हुआ है। जबकि अमूमन धन-दौलत अर्जित करने के बाद आज के युवा अपनी जन्मभूमि में नहीं लौटना चाहते हैं। इसकी मिसाल शहरों में तो आम होती जा रही है, जहां बुजुर्ग माता-पिता अपने विदेशों(Overseas) में सैटल बच्चों के घर आने की बाट जोहते रहते है। रहते हैं। रेसलिंग जगत में 2007 में खली अचानक ही उस समय दुनिया भर की नजरों में आ गए, जब उन्होंने डब्ल्यूडब्ल्यूई (WWE) का चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था। एक बेटी के पिता द ग्रेट खली चाहते तो यूएसए (USA) में ऐशों- आराम की जिंदगी को बिता सकते थे, लेकिन अब वह अपने देश(India) में ही रह कर युवाओं को रेसलिंग(Wrestling) व नशे से दूर रहने की मुहिम छेड़े हुए हैं। हाल ही में सिरमौर दौरे के दौरान द ग्रेट खली ने बताया था कि लगभग डेढ़ दर्जन भारतीय युवाओं को पिछले कुछ सालों में ही वर्ल्ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट(world Wrestling Entertainment) में एंट्री दिलवा चुके हैं।
पंजाब(Punjab) के जालंधर स्थित अपनी कॉन्टिनेंटल रेसलिंग एंटरटेनमेंट (Continental Wrestling Academy) अकादमी में युवाओं की पनीरी को तैयार कर रहे हैं। खली का कहना है कि कुदरत ने इतना दिया है कि अब और ज्यादा इच्छा तो नहीं है, लेकिन वह चाहते हैं कि भारत खासकर हिमाचल व पंजाब के युवा भी रेसलिंग के जगत में अपना नाम रोशन करें। उल्लेखनीय है कि अमेरिका में एक सड़क भी खली के नाम पर रखी गई है। एक करीबी दोस्त का यह भी कहना है कि उन्होंने खली को सेवन स्टार (Seven Star) में बेहद ही आराम दायक सुविधाओं में स्टे करते देखा है तो एक सामान्य से होटल में कर्मचारियों के स्नेह से उस समय प्रभावित हो गए। जब पाया कि उन कर्मियों ने बेहद ही शिद्दत से उनके लिए एक बैड को जुगाड़ तकनीक से लंबा किया है, ताकि वह आराम से सो सकें।
इसमें कोई दो राय नहीं है कि पूरी दुनिया में आज नैनीधार गांव को भी एक अलग पहचान है। खैर द ग्रेट खली उर्फ दिलीप सिंह राणा को जन्मदिन की हार्दिक बधाई।