रिकांगपिओ, 10 अगस्त : किन्नौर जिले के कल्पा (शुदारंग) गांव के चंद्र कांत नेगी को मैरी स्क्लोडौसक क्यूरी फेलोशिल अवार्ड मिला है। इस अवार्ड से माता सुलोचना, पिता सुभाष व परिजनों में खुशी का माहौल है। चंद्र कांत के पिता सुभाष ने कहा कि अपनी स्कूली शिक्षा केंद्रीय विद्यालय रिकांगपिओ से पूरी की। उसके बाद उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से फ़ार्मेसी मे स्नातक हासिल किया। नेगी शुरुआत से ही अनुसंधान में अपनी गहरी दिलचस्पी रखते है। उन्होंने औषधीय विज्ञान में मास्टर ऑफ साइंस के लिए राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करके एनआईपीईआर में स्थान हासिल करके मास्टर ऑफ साइंस मे स्नातकोत्तर प्राप्त किया।
सुभाष ने कहा कि उन का बेटा चंद्र कांत ने अन्तराष्ट्रीय परीक्षा उत्तीर्ण कर मसरीक विश्वविद्यालय यूरोप मे अपना स्थान हासिल किया है और वर्तमान में विष विज्ञान(toxicology) में पीएचडी कर रहे हैं। हाल ही मे उन्हें मैरी स्कोलोडोव्स्का-क्यूरी फ़ेलोशिप अवार्ड 2020 से सम्मानित किया गया है, जो कि यूरोप के सबसे प्रतिस्पर्धी और प्रतिष्ठित और इनोवेशन अवार्ड है, यह अवार्ड पूरे विश्व मे केवल 15 विद्यार्थियो को ही दिया जाता है जो यूरोपीय आयोग द्वारा वित्त पोषित किया गया है।
यह अवार्ड प्रतिभाशाली और अनुभवी प्रारंभिक चरण के शोधकर्ताओं को सक्षम करने के लिए दिया जाता है। सभी ने उनके सफलता के लिय बधाई दी हैं।