मंडी,03 अगस्त : मुख्यालय से 8 किमी की दूरी पर बसे नसलोह गांव में इस बार रक्षा बंधन का त्यौहार नहीं मनाया गया। कारण, तीन दिन पहले गांव के एक दरिंदे बाप द्वारा अपनी एक दिन की नवजात की हत्या। गांव वासी इस घटना से इतने आहत हैं कि उन्होंने इस बार रक्षा बंधन का त्यौहार न मनाकर दिवंगत मासूम को श्रद्धांजलि दी, जो अपनी बाप की क्रूरता के कारण पैदा होते ही मौत के आगोश में समा गई थी। गांव के लोग एक स्थान पर इकट्ठा हुए और दो मिनट का मौन रखकर मासूम को श्रद्धांजलि दी।
स्वास्थ्य विभाग कटौला के स्वास्थ्य शिक्षक राकेश यादव और स्थानीय पंचायत के वॉर्ड सदस्य राकेश कुमार सहित आंगनबाडी कार्यकर्ता और आशा वर्कर भी इस मौके पर मौजूद रही। वॉर्ड सदस्य राकेश कुमार ने बताया कि इस जघन्य अपराध से गांव का नाम बदनाम हुआ है, लेकिन आज गांव के लोग यह संदेश देना चाहते हैं कि एक व्यक्ति के कारनामे का दोष सभी को नहीं दिया जा सकता। उन्होंने कहा कि गांव के लोग बेटियों के प्रति पूरा आदर सम्मान रखते हैं। उन्होंने बताया कि गांव में जो क्रूरता पूर्वक घटना घटी है, उसके चलते गांव के लोगों ने इस बार रक्षा बंधन का त्यौहार नहीं मनाया और यह संदेश देने का प्रयास किया कि अगर बेटियां ही नहीं रहेंगी तो फिर भविष्य में किससे राखी बंधवाओगे।
बता दें कि 29 और 30 जुलाई की रात को गांव की एक महिला ने घर पर बेटी को जन्म दिया। लेकिन उसके पति ने उस नवजात को मौत के घाट उतार कर दफना दिया। उसने यह सिर्फ इस वजह से किया क्योंकि उसके घर बेटी ने जन्म लिया था।
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