शिमला : प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों से हडकंप मचा हुआ है। शनिवार को संक्रमितों के मिलने का आंकड़ा बेशक ही 2000 पार कर 2035 हो गया, मगर अच्छी बात यह है कि कोरोना को मात देने वालों का आंकड़ा भी 1167 है। पिछले एक सप्ताह में यह बात भी सामने आई कि एक साथ ही मामले बढ़ने की वजह से सुविधाएं कम पड़ने लगी। केवल यही बात शुरू से चिंता दे रही थी कि यदि एक साथ ही मामले बढ़े तो व्यवस्था बनाने में परेशानी होगी।
खैर, राज्य में कोरोना को मात देने वाले भी लगातार बढ़ रहे हैं। शाम 5 बजे के बुलेटिन के मुताबिक कांगड़ा में 305 ने ठीक होकर घर वापसी की है, जबकि दूसरे स्थान पर हमीरपुर 273 के साथ है। बेशक ही सोलन में लगातार संक्रमण के मामले औद्योगिक क्षेत्र की वजह से बढ़ रहे हों, लेकिन तीसरे स्थान पर 176 का आंकड़ा सोलन का ही है। अगर समीक्षा की जाए तो यह भी दीगर है कि कोरोना संक्रमण की शुरूआत ऊना के बाद हमीरपुर व कांगड़ा में हुई थी। लिहाजा, वहां ठीक होने वालों का आंकड़ा भी ऊपर है। इसमें भी कोई दो राय नहीं है कि चंद रोज में सिरमौर व सोलन में भी रिकवरी रेट बढ़ जाएगा। उदाहरण के तौर पर नाहन के मोहल्ला गोविंदगढ़ में पहला मामला 15 जुलाई को मिला था। प्रोटोकॉल के तहत 10 दिन के बाद दोबारा सैंपल लिए जाते हैं।
बता दें कि इस समय राज्य में 840 एक्टिव केस हैं। इसमें सोलन व सिरमौर के क्रमश: 324 व 169 केस हैं। लाहौल-स्पीति में शून्य का आंकड़ा है तो हमीरपुर 15 मामलों के साथ सबसे नीचे है। शाम तक कोरोना की सैंपलिंग का आंकड़ा 1 लाख 30 हजार 55 हो गया। औसतन राज्य में हर रोज 3 से 4 हजार की सैंपलिंग हो रही है।