शिमला : हिमाचल में कोरोना महामारी के बीच मानसूनी बारिश ने राज्य में कोहराम मचाना शुरू कर दिया है। विगत 24 घंटों के दौरान हुई वर्षा से जनजीवन अस्त-व्यस्त हुआ है। भूस्खलन से 100 सड़कें बंद हो गई हैं, जिससे यातायात पर असर पड़ा है। बारिश से फिलहाल निजात मिलने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग ने 27 जुलाई तक अनेक भागों में बारिश का दौर जारी रहने की बात कही है। शिमला, चंबा और कुल्लू सहित मध्यपर्वतीय इलाकों में 24 व 25 जुलाई को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
बारिश की वजह से हुए भूस्खलन से सबसे ज्यादा 85 सड़कें लोक निर्माण विभाग के पीडब्यलूडी जोन में बंद हुई हैं। हमीरपुर जोन में 8 तथा शिमला जोन में 7 सड़कों पर आवाजाही ठप्प रही। हालांकि राज्य के सभी नेशनल हाईवे पर आवाजाही सामान्य रही और कहीं भी भूस्खलन नहीं हुआ। लोग निर्माण विभाग ने सड़कों को खोलने के लिए 113 मशीने लगाई हैं। बारिश के कारण अब तक राज्य में 19 करोड़ का नुकसान हो चुका है। बीते 24 घंटों के दौरान सबसे अधिक बारिश गुलेर में 61 मिलीमीटर दर्ज की गई। इसी तरह बारिश शिमला में 8.5, सुंदरनगर में 6.8, भुंतर में 16.6, कल्पा में 3, धर्मशाला में 27.4, ऊना में 20.4, नाहन में 37.8, केलांग में 5, पालमपुर में 50.4, सोलन में 4.8, मनाली में 6, मंडी में 15.5, बिलासपुर में 36, डलहौजी में 6 तथा कुफरी में 14 मिलीमीटर दर्ज की गई।