शिमला, 20 जुलाई: जयराम सरकार द्वारा की गई 25 फीसदी बस किराया बढ़ौतरी पर विपक्षी दल कांग्रेस और माकपा भड़क गए हैं। दोनों दलों ने किराया वृद्धि को पूरी तरह जनविरोधी करार देते हुए आंदोलन का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने किराया वृद्धि की ओलाचना करते हुए कहा कि एक तरफ सरकार डीजल पेट्रोल के मूल्यों में बृद्धि कर लोगों को लूट रही है तो दूसरी तरफ आज उसने उन आम लोगों को भी लूटना शुरू कर दिया है, जो बसों में सफर करते है। उन्होंने कहा कि सरकार का यह निर्णय पूरी तरह जनविरोधी है और कांग्रेस इसका पूरा विरोध करती है।
राठौर ने सरकार को चेताया कि यह निर्णय वापिस नहीं लिया गया, तो कांग्रेस इसके खिलाफ सड़को में उतरेगी। सरकार के जनविरोधी निर्णय और नीतियों के खिलाफ कांग्रेस अब चुप बैठने वाली नहीं है।
उधर, माकपा ने सरकार के इस कदम की निंदा करते हुए प्रदेशव्यापी जन आंदोलन करने का ऐलान किया। माकपा के राज्य सचिवालय सदस्य संजय चैहान ने कहा कि बस किराया वृद्धि के निर्णय ने प्रदेश की बीजेपी सरकार व इनके मंत्रियों के दोहरे चरित्र को भी उजागर किया है। सरकार ने जब 100 प्रतिशत सवारियों को लेकर बसे चलाने की इजाजत दे दी है तो यह बस किराया वृद्धि का निर्णय बिल्कुल भी तर्कसंगत व न्यायसंगत नहीं है। इस निर्णय से सरकार का जनविरोधी चरित्र स्पष्ट हुआ है और चंद लोगों को लाभ देने हेतू जनता पर महंगाई की मार की जा रही है।
उन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि इस बस किराया वृद्धि को तुरंत वापिस ले और राशन व बिजली में दिए जा रहे उत्पादन की कटौती तथा पानी, प्रॉपर्टी टैक्स, कूड़े आदि की फीस ने की गई वृद्धि को वापिस ले। यदि सरकार इन जनता पर आर्थिक बोझ लादने वाले निर्णयों को वापिस लेकर राहत प्रदान नहीं करती तो सी.पी.एम. इस जनविरोधी निर्णय के विरुद्ध प्रदेशव्यापी आंदोलन तब तक चलायेगी जब तक सरकार इस निर्णय को वापिस नहीं लेती।