मंडी (एमबीएम न्यूज़): भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड यानी बीबीएमबी की ब्यास सतलुज लिंक परियोजना से छंटनी किए मजदूरों की यूनियन ने सीटू के बैनर तले जिला मुख्यालय मंडी में प्रदर्शन किया। इसका नेतृत्व सीटू के जिला प्रधान भूपेंद्र सिंह ने किया। भूपेंद्र सिंह ने बताया कि ब्यास सतलुज प्रबंधन ने 80 के दशक में हजारों मजदूरों को गैर कानूनी तरीके से नौकरी से हटा दिया था। इन मजदूरों को किसी भी तरह के पेंशन व अन्य लाभ नहीं दिए गए हैं।
उसके बाद बीबीएमबी द्वारा जो काम परियोजना में समय समय पर करवाया जा रहा है उसमें भी इन मजदूरों को नौकरी पर नहीं रखा जा रहा है जबकि बीबीएमबी में 4700 से अधिक पद खाली पड़े हुए हैं। मजदूरों ने पिछले साल सीटू से संबंधित यूनियन गठित करके छंटनी किए गए मजदूरों को छंटनी लाभ व पेंशन देने, 60 साल से कम आयु के मजदूरों को नौकरी देने, स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने आदि मांगों को लेकर पांच बार प्रबंधन को ज्ञापन दिए मगर अभी तक इस पर कोई भी सुनवाई नहीं हुई।
इस मामले को यूनियन ने श्रम न्यायालय चंडीगढ़ में भी उठाया है जिसकी पहली सुनवाई 30 नवंबर को होने जा रही है। गौरतलब है कि पूर्व में 70 मजदूरों के हक में हुए फैसले को बीबीएमबी ने सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर करके रद्द करवाने की मांग रखी थी जिसे सुप्रीम कोर्ट ने ठुकरा दिया था तथा लेबर कोर्ट के फैसले को अमल में लाकर मजदूरों को सुविधाएं देने के आदेश जारी किए थे। इसके बावजूद भी आज दिन तक बीबीएमबी प्रबंधन ने अभी तक उन 70 मजदूरों को भी कोई सहायता नहीं दी है।