शिमला: हिमाचल प्रदेश में साइबर ठगों के निशाने पर महिलाएं और बच्चे हैं। साइबर ठग(Cyber Crime) इन्हें आसानी से अपने जाल में फंसकर उनके व उनके स्वजनों के खातों पर हाथ साफ कर रहे हैं। ठग महिलाओं को अपने चंगुल में लेकर अर्धनग्न व नग्न तस्वीरें भेजने के लिए राजी कर लेते हैं और फिर इन्हीं तस्वीरों को महिलाओं को ब्लैकमेल(Blackmail) करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें आरोपियों ने महिलाओं को बदनाम करने के लिए उनकी साधारण तस्वीरें भी तैयार की हैं। जबकि महिलाओं को इस बात का पता तक नहीं लग पाता कि उनकी तस्वीरों का साइबर अपराधी ठगी के लिए दुरुपयोग में ला रहे हैं। अहम जानकारी ये भी है कि राज्य में बैंकिंग फ्रॉड के मामले रफ्तार से बढ़ रहे हैं। साइबर ठगों ने बीते दिनों कांगड़ा के नुरपुर निवासी एक व्यक्ति को 39 लाख रूपये से अधिक की चपत लगा दी। हिमाचल पुलिस मुख्यालय ने इस बात का खुलासा किया है।
पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता व पुलिस अधीक्षक कानून एवं व्यवस्था खुशहाल शर्मा(Superintendent of Police Law and Order Khushal Sharma) ने बताया कि सूबे में साइबर अपराधी डेबिट कार्ड(Debit Card) बंद होने पर एक्टिव करने आनलाइन बुकिंग, फ्री कोविड टेस्ट, विदेश में नौकरी, लॉटरी लगने, लोन दिलाने, बीमा पॉलिसी दिलाने, मोबाइल टावर लगाने, फ्री रिचार्ज करने इत्यादि का लालच देकर लोगों से ठगी कर रहे हैं। इसके अलावा बैंक खातों को निशाना बनाया जा रहा है। नूरपूर में एक व्यक्ति के बैंक खाते से 39.65 लाख भी फ्रॉड(Fraud) कर निकालने का मामला सामने आया है। यह उच्च स्तर का साईबर अपराध था, जिसमें अपराधियों ने पीड़ित से संपर्क किए बिना बैंक से उसके खातों की डिटेल हासिल कर इसे अंजाम दिया था।
उन्होंने कि साइबर अपराध के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए पुलिस द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है। पुलिस विभाग ने प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया(Print and electronic media) के माध्यम से साइबर धोखाधड़ी के बारे में जागरूकता कार्यक्रमों का प्रयास किया है।
वहीं विभाग द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से साइबर अपराध के बारे में जागरूकता फैलाई जा रही है। उन्होंने बताया कि साइबर अपराधियों से निपटने के लिए पुलिस महकमा आईटी सैल(IT Cell) की भी मदद ले रहा है। डीजीपी ने आईटी विभाग के प्रिंसिपल सैक्रेटेरी के साथ यह मामला उठाया है। आईटी विभाग से इसको लेकर बड़े स्तर पर आईटी कंपेन लांच करने और इसका लिंक पुलिस विभाग से शेयर करने का आग्रह किया गया है ताकि यह कंपेन सभी लोगों तक पहुंच सके।