शिमला : रामपुर में शिक्षिका दिव्या कपूर (29) की खुदकुशी के मामले के तूल पकड़ने पर पुलिस ने अनुसंधान तेज कर दिया है। मामले की जांच का जिम्मा एक राजपत्रित अधिकारी को विशेष अन्वेषण टीम का गठन करके सौंपा गया है। अभियोग के पर्यवेक्षण के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं। इस पूरे मामले में एक पुलिस कर्मी की लापरवाही उजागर हुई है, जिस पर विभागीय जांच बिठाई गई है। पुलिस मौत की वजह जानने के लिए हर कड़ी को जोड़कर जांच रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही खुदकुशी की सच्चाई सामने आ जाएगी। बता दे कि दिव्या के सुसाइड मामले में प्रदर्शन भी हुए थे।
एसपी ओमापति जंबाल ने पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की जांच निष्पक्षता से की जा रही है तथा सच्चाई को सामने लाकर आरोपियों को सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि घटनास्थल वाले दिन सुसाईड नोट बरामद न करने में एक पुलिस कर्मी दोषी पाया गया है और उसके खिलाफ विभागीय कार्यवाही के आदेश दिए गए हैं।
एसपी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतका की मौत गले में फंदा लगाने से हुई है। पोस्टमार्टम के दौरान मृतका के द्वारा लिखा गया सुसाईड नोट बरामद हुआ।जिसके बाद उसके पिता के बयान पर थाना रामपूर में आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया। मृतका के फोन को कब्जा में लिया गया व फोरेंसिक लेब जुन्गा भेजा गया। जहाँ से उसकी रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है तथा सुसाईड नोट भी मृतका द्वारा लिखे जाने की पुष्टि हुई है। मौके पर मिले भौतिक साक्ष्यों को भी प्रिजर्व करके फोरेंसिक जुन्गा भेजा गया, जिनकी विश्लेषण रिपोर्ट अभी आनी है। उन्होंने बताया कि मृतका के पति व मामले में नामजद आरोपियों के फोनों को भी कब्ज़े में लेकर फोरेंसिक जांच के लिए जुन्गा भेजा गया है। जहाँ से रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। मृतका के फेसबुक अकाउंट में डाली गई पोस्ट को लेकर उसकी ननद के हस्तलेख लेकर मिलान के लिए फोरेंसिक जांच को भेजा गया। इसे लेकर आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। एफआईआर में नामजद आरोपी उच्च-न्यायालय से 7 जुलाई तक अग्रिम जमानत पर है।
गौर हो कि रामपुर में नौ जून को शाम के समय निजी स्कूल में पढ़ाने वाली और मुख्य बाजार में रहने वाली शिक्षिका ने ससुराल में फंदा लगाकर अपनी जान दे दी थी। लेकिन शिक्षिका के परिजन इसे आत्महत्या मानने को तैयार नहीं हैं और सुसराल पक्ष के लोगों पर उसे आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा रहे हैं। जानकारी अनुसार आत्महत्या से पहले दिव्या कपूर ने सोशल मीडिया में उसे जमीनी जायदाद के लिए पीड़ित करने के आरोप लगाए थे। दिव्या की दो वर्षीय बच्ची है।