हमीरपुर: इन दिनो कोरोना वायरस के तहत होने वाली बेटियों की शादी वरदान साबित हो रही है। जिसमें शादियों में होने वाला खर्च लाखों से सिमट कर हजारों में रह गया है। खासकर इन शादियों को लेकर बेटी के पिता पर कोई आर्थिक बोझ नहीं पड़ रहा है।
गौरतलब है कि हमीरपुर में कई शादियां ऐसी हो रही है, जिनमेें ना तो बैंड बाजा ना ही बाराती । केवल कम लोगों की उपस्थिति में ही विवाह कार्यक्रम संपन्न हो रहे है। अप्रैल माह से कोरोना वायरस महामारी के कारण शादी जैसे समारोह के लिए प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ रही है। तभी कार्यक्रम किए जा सकते है।
मात्र 50 लोगों की उपस्थिति में विवाह
कोरोना वायरस के कारण शादियों में 50 लोग की उपस्थित हो सकते है। जिस कारण इससे दोनो पक्षो पर खर्चे का बोझ कुछ हद तक समाप्त हो जाता है। सोशल डिस्टेंसिग की पालना करते हुए 50 लोगों की उपस्थिति में कई शादियां संपन्न हो रही है। जिसमें केवल वर व वधू के अलावा दोनो पक्षो से कुछ लोग उपस्थित हो सकेेगे। इससे किसी पिता को कर्ज में नहीं धकेलता है। इस दौरान कई परिवारों में विवाह कम खर्च में ही संपन्न हो गए, इस कारण बेटी के पिता पर भी काई आर्थिक बोझ नहीं पड़ता।
सोशल डिस्टेंस का संदेश..
शादी करने वाले नव विवाहित जोड़ो ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए सीमित लोगों के बीच शादी में सोशल डिस्टेंस का पूरा पालन किया गया। संक्रमण वाले क्षेत्रो में रिश्तेदार अनुमति लेकर आ सकते थे। लेकिन उन्होंने मना कर दिया। उन्होंने बताया कि उनके कुछ अरमान तो अधूरे रह गए लेकिन जिस शादी में 5 से 6 लाख रूपये खर्च आ जाता वह आज हजारों में ही हो गई।
गर्भ में नहीं मरेंगी बेटियां
सामाजिक कार्यकर्ता ज्ञानेंद्र कहते हैं, कम बजट में शादियां होंगी तो लोगों पर अधिक बोझ नहीं पड़ेगा। दहेज का लेन देन भी काफी हद तक कम हो जाएगा। व्यर्थ के खर्च खुद ही कम हो जाएंगे। लोग लाखों रुपये दिखावे में खर्च कर देते हैं। हमने एक शादी अटेंड की, जिसमें 10 लोग थे और कम खर्च में पूरी शादी हो गई।
Latest
- कंपनी के कर्मचारी पर करीब डेढ़ लाख की किस्त गबन करने का आरोप
- करसोग में भाजपा को बड़ा झटका, पूर्व IPS जगत राम सहित दर्जनों समर्थकों ने छोड़ी पार्टी
- सिरमौर में पनप रहे ड्रग व माइनिंग माफिया, कांग्रेस नेता दे रहे संरक्षण
- मंडी : कंगना एक अच्छी अभिनेत्री लेकिन जयराम ठाकुर एक फ्लॉप डायरेक्टर
- ऊना : जनसभा में विधायक संजय रतन के बिगड़े बोल, माता चिंतपूर्णी की कसम देकर मांगे वोट