मंडी : कोरोना काल के इस दौर में बच्चों की इम्युनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए सभी अभिभावक प्रयासरत है। हालांकि इम्युनिटी बढ़ाने के लिए बाजारों में बहुत से उत्पाद भी मौजूद हैं लेकिन आज हम आपको एक ऐसी लोकल औषधि के बारे में बताएंगे जिसे वोकल बनाने का कार्य कर रहे हैं डा. अभिषेक कौशल। आयुर्वेद में हर प्रकार की बीमारी का इलाज संभव है लेकिन वैज्ञानिक युग में हम एलोपैथी पर अधिक निर्भर हो गए हैं। आयुर्वेद की प्राचीनतम चिकित्सा पद्धति में छुपे खजाने का सही इस्तेमाल करके इसे ’’लोकल से वोकल’’ बनाने का कार्य कर रहे हैं शहर निवासी डॉ अभिषेक कौशल।
डॉ. अभिषेक कौशल ने आयुर्वेद में बीएमएस और पंचकर्मा में एमडी की हुई है और इन दिनों स्वामी पूर्णानंद मैमोरियल चिकित्सायल मंडी में कार्यरत हैं। डॉ. अभिषेक आयुर्वेद की काश्यप किताब में वर्णित ’’स्वर्ण बिंदु प्राशन’’ औषधि का मिश्रण स्वयं बनाने का कार्य बीते एक वर्ष से कर रहे हैं। 1 माह से लेकर 16 वर्ष की आयु वाले बच्चों को हर महीने यह औषधि पिलाकर उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाई जा रही है। डॉ. अभिषेक बताते हैं कि वह स्वर्णभस्म, ब्रह्मी, शंखपुष्पी, वचा और अश्वगंधा से इस औषधि का मिश्रण तैयार कर रहे हैं।
हर महीने एक विशेष दिन में विशेष समय के दौरान बच्चों को यह औषधि पिलाई जा रही है। डॉ. अभिषेक के अनुसार इससे बच्चों की इम्युनिटी स्ट्रांग होती है और बच्चा बार-बार बीमार नहीं होता। वहीं इससे बच्चों का दिमाग भी तेज होता है। बीते एक वर्ष से अपने बच्चों को स्वर्ण बिंदु प्राशन करवा रहे अभिभावक भी आयुर्वेद की इस औषधि का चमत्मकार साक्षात तौर पर देख रहे हैं। औषधि पिलाने आई अभिभावक प्रेमलता और अंजलि शर्मा ने बताया कि स्वर्ण बिंदु प्राशन से उनके बच्चों की इम्युनिटी भी स्ट्रांग हुई है और बच्चों का मानसिक विकास भी तेज गति के साथ हो रहा है।
बता दें कि स्वर्ण बिंदु प्राशन आयुर्वेद की एक प्रमाणित औषधि है, लेकिन इसका सही ढंग से इस्तेमाल और जानकारी न होने के कारण इसका उतना प्रचार और प्रसार नहीं हो पाया है। लेकिन अब कोरोना काल में इस लोकल प्रॉडक्ट के वोकल बनने की प्रवल संभावनाएं नजर आ रही हैं।