नाहन : करीब चार साल पहले तक शहर के दिल्ली गेट के समीप पीजी कॉलेज का साईंस ब्लॉक विज्ञान संकाय के स्टुडेंटस का केंद्र बिन्दू रहा करता था। 70 के दशक के बाद हजारों की संख्या में छात्रों ने इस कॉलेज में साईंस की पढ़ाई की। ये नाहन में ही था, जब आर्टस व साईंस ब्लॉक अलग-अलग थे। बहरहाल, अब ताजा खबर यह है कि इस भवन का ग्राउंड व प्रथम फ्लोर आयुर्वेदिक कोविड अस्पताल बनने जा रहा है, जबकि शेष फ्लोर पर आयुर्वेदिक व हौम्योपेथिक की रूटीन सेवाएं भी एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगी। विशेषता यह भी रहेगी कि रोग प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ाने के लिए खास तरह की क्वाथ शाला भी इसका हिस्सा होगी।
हालांकि स्पष्ट नहीं है, लेकिन बताया जा रहा है कि आयुर्वेदिक कोविड अस्पताल की सबसे पहले शुरूआत नाहन से हो सकती है। उपायुक्त डॉ. आरके परुथी ने आयुर्वेदिक कोविड अस्पताल में सुविधाएं जुटाने व मरम्मत के लिए 88 लाख रुपए की राशि मुहैया करवा दी थी। प्रयास था कि इसे अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस से पहले शुरू कर लिया जाए, लेकिन ऐसा संभव न होने की स्थिति में प्रयास यह किया जा रहा है कि 30 जून तक कार्य को निपटा लिया जाए। दरअसल, आयुर्वैदिक अस्पताल की बिल्डिंग को मेडिकल कॉलेज को सौंप दिया गया है। इसी भवन में कोविड-19 लैब भी स्थापित की गई है, जो राज्य में कोविड सैंपल की टैस्टिंग के लिए छठी प्रयोगशाला है।
सनद रहे कि नाहन मेडिकल कॉलेज को प्रशासन की कोशिश से शुरूआती चरण में ही एक वेंटिलेटर भी उपलब्ध हो गया था। मेडिकल कॉलेज में पहले ही जमीन व भवनों की कमी थी। लिहाजा, आयुर्वेदिक अस्पताल के बदले मेडिकल कॉलेज ने साईंस ब्लॉक का भवन मुहैया करवाया है। कुल मिलाकर अहम बात यह है कि कोरोना संकट में कई ऐसे प्रयास हुए हैं, जिसका शहर के साथ-साथ समूचे जिला को दूरगामी लाभ पहुंचेगा।