सुंदरनगर : सीएम जयराम ठाकुर के गृह जिला में 108 एंबुलेंस सेवा की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिला की तहसील निहरी के अंतर्गत आने वाले दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों सीएचसी निहरी और रोहांडा में तैनात दो 108 एंंबुलेंस की लापरवाही ने इसकी कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत घीड़ी निवासी 21 वर्षीय पिंकी देवी को प्रसव पीड़ा शुरू होने की वजह से परिजन अस्पताल ले जाने लगे तो परिजनों द्वारा 108 एंंबुलेंस को कॉल किया गया। इस पर सीएचसी निहरी में तैनात एंबुलेंस ने उक्त पीड़िता को सीएचसी रोहांडा पहुंचाया।
सीएचसी रोहांडा में जारी भवन निर्माण के कारण वहांं पर तैनात डॉक्टर ने डिलीवरी सुविधा न होने के कारण गर्भवती महिला को सिविल अस्पताल सुंंदरनगर रैफर कर दिया गया। लेकिन 108 एंंबुलेंस द्वारा महिला को सिविल अस्पताल जाने से मना कर दिया गया। वहीं सीएचसी में मौजूद 108 एंबुलेंस कोविड-19 सेवाओं के साथ जुड़े होने के कारण गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाने से इंकार कर दिया। लेकिन आपातकाल स्थिति में डिलिवरी केस को ले जा सकते हैं और इस एंबुलेंस द्वारा पहले भी कई केस सुंदरनगर पहुंचाए गए है। लेकिन इस गरीब परिवार को इन दोनों एम्बुलेंस ने सुंदरनगर ले जाने से मना कर दिया।
इसके उपरांत महिला की हालत खराब होने पर परिजनों ने अपना किराया खर्च कर गाड़ी करके सुंदरनगर अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन इस बीच आनन-फानन में 108 सर्विस ने अपनी गाड़ी भेजी तो ये परिवार उस समय सुंदरनगर से मात्र 10 किलोमीटर दूर जयदेवी पहुंच चुका था। वहीं लोग 108 प्रबंधन के इस तरह के गैर जिम्मेदाराना कार्यप्रणाली को लेकर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। वहीं प्रसूता पिंकी देवी ने सिविल अस्पताल में एक बेटे को जन्म दिया है।
मामले पर क्या कहता है स्वास्थ्य विभाग
सीएचसी रोहांडा में तैनात चिकित्सा अधिकारी डॉ. पूजा ने कहा कि 108 एंंबुलेंस सेवा हमारे नियंत्रण में नहीं आती है। गर्भवती महिला पिंकी देवी को डिलीवरी के लिए रोहांडा अस्पताल लाया गया था। उन्होंने कहा कि सीएचसी रोहांडा में जारी निर्माण कार्य के कारण डिलीवरी करवाने की सुविधा उपलब्ध नहीं है। डॉ. पूजा ने कहा कि महिला को डिलीवरी के लिए सिविल अस्पताल सुंदरनगर रैफर कर दिया गया था।