कुल्लू (एमबीएम न्यूज) : विश्व हिन्दू परिषद् द्वारा संचालित हिमाचल प्रदेश गुर, पुजारी, कारदार, संरक्षण महासंघ के प्रदेश कार्याध्यक्ष नरोतम नेगी तथा संगठन महामंत्री राहुल सोलंकी ने एक संयुक्त वक्तव्य में कहा कि महासंघ लंबे समय से प्रशासन के सामने देव थडिय़ों का मामला उठाता रहा है क्योंकि हमें उस समय भी अंदेशा था कि थडिय़ों के विषय में देव समाज की सहमति नहीं ली गई है। उन्होंने कहा कि दशहरा से पूर्व भी जब इस विषय को बैठक में उठाया गया था, उस समय भी कुल्लू कारदार संघ के अध्यक्ष तथा उपायुक्त कुल्लू कोई ठोस उत्तर नहीं दे पाए थे। उस समय भी महासंघ ने देव थडिय़ों के निर्माण के लिए देव समाज की अनुमति लेने की वकालत की थी, जो कि नही ली गई थी। महासंघ के महामंत्री राहुल सोलंकी ने कहा कि अगर आज थडिय़ों के विषय में देव जगती की जरूरत पड़ी है तो उस समय भी यह विषय उतना ही महत्वपूर्ण था, जब सभी देवता दशहरा के समय देव मिलन महाकुंभ में एक स्थान पर इकट्ठे हुए थे। क्योंकि दशहरा के समय यह देखने में आया था की 75 प्रतिशत देवता लकड़ी की नवनिर्मित थडिय़ों पर नही बैठे थे। प्रशासन ने उस समय भी थडिय़ों के विषय में अपनी नाकामी को छिपाने के लिए जबरदस्ती हस्ताक्षर करवाकर थडिय़ा जारी कर दी थी।
सोलंकी ने कहा की अगर देवी देवताओं के साथ इसी प्रकार का खिलवाड़ होता रहा तो कल को तो डीसी कुल्लू यह भी बोल सकते है कि दशहरें में सभी देवी देवताओं को बुलाने की क्या आवश्यकता है। उन्होंने कहा की महासंघ को अंदेशा है कि थडिय़ों के विषय में किसी बड़े आर्थिक घोटाले की साजिश हो सकती है, थडिय़ों के विषय की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिए। नई थडिय़ों के निर्माण से पूर्व सभी देवी-देवताओं की सहमति क्यों नहीं ली गई। थडिय़ों का निर्माण किससे करवाया गया और किस-किस को थडिय़ों का आबंटन किया गया। अगर थडिय़ों के इस विषय में महेश्वर सिंह देव जगती बुलाते हैं तो हम महेश्वर सिंह का समर्थन करते है। क्योंकि देव संस्कृति के खिलाफ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ को महासंघ बर्दाश्त नहीं करेगा।
महासंघ के कार्याध्यक्ष नरोतम नेगी ने कहा कि 24 अक्तूबर को मंहासघ की बैठक देव सदन में निर्धारित की गई थी, उसको भी उपायुक्त कुल्लू ने देव सदन में नहीं होने दिया था। बाद में यह बैठक जिला परिषद भवन में हुई थी, जिसमें 350 के लगभग गुर, पुजारी, कारदार, वजंतरी समाज के लोग उपस्थित रहे थे। महासंघ के पदाधिकारियों ने कहा की हमारी मांग है, कि उपायुक्त कुल्लू को बर्खास्त किया जाना चाहिए और कुल्लू कारदार संघ के अध्यक्ष दोत राम को देव नीतियों से घटिया राजनीति करने पर अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
महासंघ के पदाधिकारियों ने कहा कि आज महेश्वर सिंह भी वही बात बोल रहे हंै जो महासंघ दशहरे से पूर्व का उठाता आ रहा है। उस समय जब हमने नई देव थडिय़ों का विरोध किया था तो उस समय कुछ छुटभैय नेता कुल्लू कारदार संघ का समर्थन कर रहे थे। महासंघ देव समाज के संरक्षण तथा संबर्धन के लिए संकल्पित है। उनका कहना है कि देव समाज के साथ देव समाज की अनुमति के बिना कोई भी छेडछाड़ नहीं की जानी चाहिए। कुल्लू कारदार संघ के अध्यक्ष दौत राम को इस विषय में सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए तथा अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। हम देव जगती के फैसले का स्वागत करते हैं, देव समाज द्वारा जो भी फैसला लिया जाएगा वह सर्वमान्य होगा।