नाहन : 30 मई को मेडिकल काॅलेज में कोरोना संक्रमित महिला की सिजेरियन डिलीवरी के बाद शनिवार को गायनी ओपीडी में ताले लटक गए। यहां तक की नार्मल व सिजेरियन डिलीवरी भी फिलहाल संभव नहीं है। इस समय अस्पताल में तीन गायनी विशेषज्ञ हैं, जिन्हें महिला की पाॅजिटिव रिपोर्ट आने के बाद क्वारंटाइन कर दिया गया है।
हालांकि बताया जा रहा है कि काॅलेज प्रशासन ने सचिवालय से अन्य स्त्री रोग विशेषज्ञ की तैनाती का आग्रह किया हुआ है, इस पर जल्द ही नतीजा आ सकता है। इसी बीच अस्पताल से सोलन रैफर की गई गर्भवती महिला ने निहोग में 108 एंबूलेंस में ही शिशु को जन्म दिया। बर्मापापड़ी की रहने वाली 24 वर्षीय रीता देवी को बीती रात ही सोलन रैफर कर दिया गया था, क्योंकि अस्पताल में कोई भी डाॅक्टर उपलब्ध नहीं है। रैफर करने के दौरान महिला को लगातार प्रसव पीड़ा हो रही थी, लिहाजा रास्ते में ही 108 के ईएमटी नरेंद्र व पायलट राजन ने सड़क के किनारे ही एंबूलेंस में प्रसूति करवाने का फैसला लिया। इसके बाद जच्चा-बच्चा को सराहां अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।
उधर अस्पताल के मेडिकल अधीक्षक डाॅ. अजय शर्मा ने कहा कि गायनी के तीनों ही चिकित्सकों को क्वारंटाइन किया गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही गायनी विशेषज्ञ की तैनाती हो जाएगी। उनका कहना था कि फिलहाल डिलीवरी नहीं की जा रही, मगर चिकित्सक के आते ही स्थिति सामान्य हो जाएगी। उनका कहना था कि क्वारंटाइन पर भेजे गए मेडिकल स्टाफ की सैंपलिंग भी की जा रही है।