सराहां (एमबीएम न्यूज): पिछले महीने एक गौ तस्कर की पीट-पीटकर हत्या करने के आरोप में फंसे आरोपियों की माताओं ने मीडिया से गुहार लगाई कि सर जीए कृपया हमारे बच्चों को जेलों से बाहर निकाल दो। वह निर्दोष हैं, वह हत्यारे नहीं बल्कि सही मायनों में गौरक्षक हैं। इस मुद्दे पर सराहां में आयोजित महापंचायत के दौरान जब इन माताओं ने अपने बच्चों को बाहर निकालने के लिए मीडिया से अनुरोध किया तो पंडाल में बैठा हरेक व्यक्ति इस मातृ शक्ति पर गौरवान्वित महसूस कर रहा था।
यही नहीं महा पंचायत के मुख्य वक्त विहिप के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त संयोजक डॉ. सुरेंद्र जैन ने भी इन माताओं के पांव छूकर नमन किया। उन्होंने कहा कि हरेक हिंदू को इस बात पर गर्व है कि इन माताओं के बच्चों ने अपनी गाय माता को बचाने के लिए जेलों में जाने से भी परहेज नहीं किया। जैन ने कहा कि यह बच्चे आरोपी नहीं बल्कि सही मायने में गौरक्षक है, जिन्होंने अपनी माता के प्राणों की परवाह किए बगैर खुद को जेलों में बंद करवा लिया।
इस दौरान जैन ने इन सभी माताओं को माला पहनाकर सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि पिछले महीने गौ तस्करी को लेकर युवाओं ने एक ट्रक को पकड़ा था, जिसमें 15 बैल ठूंस-ठूंस कर भरे थे। इस घटना के बाद एक गौ तस्कर की मौत हो गई थीए जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ा था।
किन-किन माताओं के बच्चे है जेल में बंद
प्रेमलता के दो बेटे तरूण व अरूण कौशिक, सुमन लता का बेटा अंशु, सुदेश कुमारी का बेटा विकास, कमलेश भंडारी का बेटा अरूण भंडारी, चंपा देवी का बेटा अक्षय ठाकुर व पार्वती देवी का बेटा विनय कुमार गौ तस्कर की मौत के मामले में नाहन जेल में बंद हैं।