कुल्लू : सैंज उपतहसील के शैंशर में एक शिक्षक ने अपनी शादी स्थगित कर दी है । हालांकि चाहते तो नियमो के तहत शादी कर भी सकते थे लेकिन लॉकडाउन के चलते शादी स्थगित करने का यह फैसला लिया। युवक के फैसले पर परिवार ने हामी भर दी। युवक के फ़ैसले से जहां प्रधानमंत्री की सोशल डिस्टेंसिंग की अपील को बल मिला है, वहीं ग्रामीण क्षेत्र के युवक ने कानून का पालन करते हुए अन्य लोगों के लिए मिसाल पेश की है। अहम बात यह भी है कि कुल्लू उन ज़िलों में शामिल है, जहां कोरोना का कोई भी मामला नहीं आया है। सैंजघाटी की शैंशर पंचायत के पटाहरा गांव के सोमप्रकाश शर्मा उर्फ़ मनीष की शादी इसी महीने 21 से 23 अप्रैल को प्रस्तावित थी। लेकिन कोरोना महामारी से घोषित लॉकडाउन के बीच शादी करना मनीष को सही नहीं लग रहा था। मनीष ने कहा कि एक ओर जहां पूरा देश महामारी से ग्रस्त है, वहीं सामाजिक उत्सवों के आयोजन करके समाज को खतरे में डालने जैसा कार्य होगा इसलिए शादी स्थिति सामान्य होने पर ही की जाएगी। बता दें कि मनीष शर्मा पेशे से सरकारी स्कूल में अध्यापक है।
21 अप्रैल को बारात शैंशर से मंडी के गुटकर गांव के लिए जाने वाली थी । लेकिन दूल्हे ने सामाजिक रीति-रिवाजों से ऊपर उठकर फैसला लिया। मनीष ने कहा कि बेशक प्रशासन सूक्ष्म विवाह की स्वीकृति दे देता लेकिन एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते मेरा फर्ज बनता है कि मैं इस वक्त सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखूं। शिक्षक होने के नाते मेरी सिर्फ जिम्मेदारी ही नहीं बल्कि समाज की जागरूकता के प्रति जवाबदेही भी बनती है।