शिमला : हिमाचल पुलिस तबलीगी जमातियों का पता लगाकर इन्हें क्वारंटाइन में डाल रही है। ताकि कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जाए। पुलिस नेट्रैवल हिस्ट्री छिपाने वाले तबलीगी जमात से संबंधित लोगों के मोबाइल फोन की फोरेंसिक और साइंटिफिक जांच शुरू कर दी है ताकि यह पता लग सके कि ये लोग कहां-कहां गए थे और किन-किन के संपर्क में आए थे। पुलिस ने ऐसे जमातियों के 51 मोबाइल फोन कब्जे में लिए हैं, वहीं दो के डाटा रिकवर भी कर लिए हैं। हिमाचल के डीजीपी एसआर मरड़ी स्पष्ट कर चुके हैं कि अपनी ट्रैवल हिस्ट्री छुपाने वाले जमातियों के साथ सख्ती से पेश आया जाएगा।
ऐसे जमातियों के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम के अलावा हत्या के प्रयास व हत्या का मुकद्मा दर्ज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि तबलीगी जमात के लोगों द्वारा सरकार आदेशों की अवज्ञा करने पर 20 अभियोग पंजीकृत किए गए हैं तथा इन अभियोगों में संलिप्त लोगों के 51 मोबाईल फोन को पुलिस द्वारा कब्जे में लिया गया है, जिनमें से 02 मोबाईल फोन के डाटा को पुनः प्राप्त किया गया है। उन्होंने कहा कि अब तक बाहर से लौटे तबलीगी जमातियों व उनके संपर्क में आए 626 लोगों की पहचान की जा चुकी है। इनमें 21 कोरोना पॉजीटिव अस्पतालों में भर्ती हैं और अन्य को क्वारंटाइन में रखा गया है।
मरड़ी ने बताया कि अब तक राज्य में कर्फ्यू उल्लंघन के 577 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 472 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं 74 व्यक्तियों के विरूद्ध दंड प्रक्रिया संहिता की निवारक धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई की गई है। इसके अलावा कर्फ्यू के उल्लंघन करने वाले 407 वाहनों को जब्त किया गया है व उल्लंघनकर्ताओं से 4.41 लाख रूपये का जुर्माना वसूला गया है।