शिमला: ब्लड बैंकों में रक्त की गंभीर कमी के मद्देनजर उमंग फाउंडेशन द्वारा सुन्नी में आयोजित रक्तदान शिविर में 46 लोगों ने रक्तदान किया। रक्तदान शिविर के समन्वयक दीपक शर्मा, उनकी पत्नी चित्रलेखा, भाई मनोहर शर्मा और भाभी हेमलता शर्मा ने एक साथ रक्तदान कर समाज के लिए मिसाल पेश की। मनोहर शर्मा ने रक्तदान कर अपना जन्मदिन मनाया। उन्होंने कहा कि 10 वर्ष पूर्व एक गंभीर दुर्घटना का शिकार होने के बाद उन्हें करीब 20 यूनिट रक्त चढ़ाया गया था। आज पहली बार रक्तदान कर बहुत संतोष महसूस हो रहा है।
उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रो अजय श्रीवास्तव ने बताया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज ब्लड बैंक की अपील पर उनकी संस्था ने कर्फ्यू के दौरान रक्तदान शिविर लगाकर मरीजों को बचाने की मुहिम शुरू की है। इससे 3 दिन पूर्व मशोबरा में भी रक्तदान शिविर लगाया गया था, जिसमें 40 लोगों ने खून दान किया था। सुन्नी के वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में लगे इस शिविर में कॉलेज के विद्यार्थियों और अन्य स्थानीय युवाओं ने भी रक्तदान किया। उल्लेखनीय है कि नवरात्रों के व्रत होते हुए भी लोग रक्तदान के लिए आगे आए।
पहली बार रक्तदान करने वाली देव्यांशी, चित्रलेखा और हेमलता ने कहा कि देवी ने नवरात्रों में उन्हें मंदिर की बजाए मानवता की पूजा करने की प्रेरणा दी। शिविर के समन्वयक दीपक शर्मा और विनोद योगाचार्य के अनुसार स्थानीय लोगों ने अस्पतालों में भर्ती मरीजों को खून की कमी से आ रही दिक्कतों को महसूस किया और कर्फ्यू के बावजूद वे रक्तदान के लिए आए। शिविर में पहली बार रक्तदान करने वालों की संख्या अधिक थी। शहीद भगत सिंह अध्ययन मंडल और डॉक्टर हेडगेवार स्मारक समिति के सदस्यों ने भी शिविर में रक्तदान किया।
रक्तदान शिविर आयोजित करने में अमित वर्मा, मनीष गुप्ता, कुशल चौहान, रोहित शर्मा, विक्रम भीमटा, गीतांजलि भारद्वाज और अवनीत सिंह ने भी सहयोग किया। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज ब्लड बैंक की ओर से डॉ. कंचन ने अपनी टीम के साथ रक्त संग्रह किया।